Astrology
lekhaka-Gajendra sharma

Aaj
Ka
Panchang:
आज
मार्गशीर्ष
मास
शुक्ल
पक्ष
की
चतुर्दशी
और
पूर्णिमा
भी
है।
आज
के
दिन
भगवान
श्री
नारायण
को
पीले
पुष्प
अर्पित
कर,
बेसन
की
मिठाई
का
नैवद्य
लगाएं।
पीपल
के
वृक्ष
के
नीचे
सायंकाल
में
पांच
दीपक
लगाएं।
ऐसा
करने
से
कष्टों
का
अंत
होता
है
और
सुख
की
प्राप्ति
होती
है।
पेश
है
आपके
लिए
आज
का
पंचांग।
-
विक्रम
संवत
:
2079 -
शालिवाहन
शके
:
1944 -
मार्गशीर्ष
मास
शुक्ल
पक्ष -
ऋतु
:
हेमंत -
अयन
:
दक्षिणायन -
तिथि
:
चतुर्दशी
प्रात:
8.01
तक -
नक्षत्र
:
कृतिका
प्रात:
10.25
तक -
योग
:
सिद्ध
रात्रि
2.55
तक -
करण
:
वणिज
प्रात:
8.01
तक -
सूर्योदय
:
प्रात:
6.55 -
सूर्यास्त
:
सायं
5.40 -
दिनकाल
:
10
घंटे
45
मिनट
16
सेकंड -
रात्रिकाल
:
13
घंटे
15
मिनट
22
सेकंड -
चंद्रोदय
:
सायं
5.00 -
चंद्रास्त
:
दूसरे
दिन
प्रात:
6.57 -
चंद्र
राशि
:
वृषभ -
सूर्य
राशि
:
वृश्चिक
शुभ
समय
दिन
के
-
लाभ
:
प्रात:
6.55
से
8.16 -
अमृत
:
प्रात:
8.16
से
9.37 -
शुभ
:
प्रात:
10.57
से
12.18 -
लाभ
:
सायं
4.20
से
5.41
शुभ
समय
रात्रि
के
-
शुभ
:
सायं
7.20
से
रात्रि
8.59 -
अमृत
:
रात्रि
8.59
से
10.39
त्याज्य
समय
-
राहु
काल
:
दोप.
12.18
से
1.39 -
यम
घंट
:
प्रात:
8.16
से
9.37
विशेष
:
-
भद्रा
प्रात:
8.01
से
रात्रि
8.46 -
श्री
भगवान
दत्तात्रेय
प्राकट्योत्सव -
श्री
सत्यनारायण
व्रत -
सर्वार्थसिद्धि
दिन-रात,
रवियोग
प्रात:
10.25
तक -
आज
का
शुभ
रंग
:
हरा -
आज
के
पूज्य
देव
:
श्रीगणेश,
मां
सरस्वती,
दत्तात्रेय -
आज
का
मंत्र
:
ऊं
नमो
भगवते
दत्तात्रेयाय
आज
की
ग्रह
स्थिति
-
सूर्य
:
वृश्चिक
राशि
में -
चंद्र
:
मकर
राशि
में -
मंगल
:
वृषभ
राशि
में -
बुध
:
धनु
राशि
में -
गुरु
:
मीन
राशि
में -
शुक्र
:
धनु
राशि
में -
शनि
:
मकर
राशि
में -
राहु
:
मेष
राशि
में -
केतु
:
तुला
राशि
में
दिशाशूल
दिशाशूल
उत्तर
दिशा
में
रहेगा।
इसलिए
उत्तर
दिशा
की
ओर
यात्रा
करना
टालें।
आवश्यक
हो
तो
खड़ा
धनिया
खाकर,
गणेशजी
को
प्रणाम
करके
घर
से
निकलें।
आज
का
विशेष
उपाय
भगवान
श्री
नारायण
को
पीले
पुष्प
अर्पित
कर,
बेसन
की
मिठाई
का
नैवद्य
लगाएं।
पीपल
के
वृक्ष
के
नीचे
सायंकाल
में
पांच
दीपक
लगाएं।
Dattatreya
Jayanti
2022:
कब
है
दत्तात्रेय
जयंती?
,
जानिए
मुहूर्त,
पूजाविधि
और
महत्व
English summary
aaj ka panchang 7th December 2022 today hindu panchang tithi nakshatra shubh muhurat rahu kaal.