- Hindi News
- Local
- Rajasthan
- Sikar
- The Leader Said Inflation Is At Its Peak, Leaving Care Of The Country, The Government Is Benefiting The Industrialists
सीकरएक घंटा पहले
केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में हुई सभा में मौजूद किसान।
देशभर में चल रही दो दिवसीय ट्रेड यूनियन की हड़ताल को सीकर में किसान संगठनों ने भी समर्थन दिया। किसान संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों और किसानों ने सोमवार को हड़ताल के पहले दिन सीकर कलेक्ट्रेट पर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट के बाहर किसानों की आमसभा भी हुई।
नेताओं ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार केवल देश के उद्योगपति अडानी और अम्बानी को फायदा पहुंचाने में लगी है। उन्हें जनता की परवाह नहीं है। सभा से पहले किसान ढाका भवन से रवाना होकर रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव किसान नेता कॉमरेड अमराराम ने कहा कि बीते 3 दशकों में जिस तरह से देश में वैश्वीकरण, निजीकरण और उदारीकरण की नीतियां लागू की जा रही हैं उसको लेकर किसान, व्यापारी, मजदूर समेत हर वर्ग में आक्रोश है। ऐसे में इन नीतियों के विरोध में केंद्रीय श्रम संगठनों के बैनर तले देश में बैंकिंग समेत अन्य कई सेक्टर्स के कर्मचारी दो दिन की हड़ताल पर हैं।
अमराराम ने बताया कि देश में महंगाई बढ़ती जा रही है। पहले जो सिलेंडर 300 रुपए का मिलता था उसके दाम अब 1000 रुपए हो चुके हैं। इसके साथ ही पेट्रोल और डीजल के दाम भी आसमान छू रहे हैं। दोनों ही सरकारें कीमतों के बराबर उन पर टैक्स लगा रही है। जिसके कारण पेट्रोल और डीजल विलासिता की वस्तु बनता जा रहा है।
अमराराम ने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले तो देश के किसानों को नजरअंदाज करते हुए कृषि कानून लागू किए। जो बाद में वापस लिए। अब सरकार ने पुराने 44 श्रम कानूनों को समाप्त कर चार नए लेबर कोड बनाए हैं। हालांकि विरोध के चलते यह अभी तक लागू नहीं हो पाए हैं। इसके साथ ही नेशनल पाइपलाइन के नाम पर सरकार सम्पदाओं को नष्ट करके बिना कोई मुआवजा दिए जमीनों को काम में ले रही है। उसका हम विरोध करते हैं।
अमराराम ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी को चलाने वाले भी दो हैं और जिनके लिए पार्टी चल रही है। वह भी दो है। अमराराम ने कहा कि मोदी और शाह केवल अडानी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने में लगे हुए हैं। उन्हें आम जनता से कोई लेना देना नहीं है।