Astrology
oi-Bhavna Pandey
3
जुलाई
सोमवार
यानी
आज
गुरुपूर्णिमा
है
इस
अवसर
पर
आकाश
में
पूरा
चंद्रमा
नजर
आएगा।
सोमवार
को
नजर
आने
वाला
चंद्रमा
सुपरमून
है।
इतना
ही
नहीं
ये
साल
का
पहला
सुपरमून
है
और
आकाश
में
अन्य
पूर्णिमा
की
तुलना
में
ये
अधिक
चमकदार
नजर
आएगा।

3
जुलाई
को
पूर्णिमा
शाम
पांच
बजकर
नौ
मिनट
पर
अपने
चरम
पर
पहुंच
चुकी
है
और
आकाशगंगा
को
देखने
वालों
के
लिए
ये
एक
रोमांचक
पल
है
क्योंकि
रात
के
आकाश
में
चंद्रमा
बाकी
पूर्णिमा
से
बड़ा
और
चमकीला
दिखाई
देगा।
इसके
साथ
ही
लगातार
चार
सुपरमून
की
शुरुआत
होगी।
बता
दें
आमतौर
पर
एक
साल
में
12
सुपरमून
होते
हैं,
लेकिन
2023
में
13
सुपरमून
होंगे।
एक
और
खास
बात
ये
है
कि
इनमें
से
दो
अगस्त
महीने
में
ही
होगे।
सुपरमून
क्या
है?
सुपरमून
का
प्रयोग
आम
तौर
पर
पूर्णिमा
के
लिए
किया
जाता
है
जब
चंद्रमा
हर
दिन
से
अधिक
चमकीला
और
पृथ्वी
के
करीब
होता
है।
खगोलविदों
के
अनुसार
यह
घटना
तब
होती
है
जब
चंद्रमा
पेरिगी
के
90
प्रतिशत
के
भीतर
होता
है
यानी
चंद्रमा
सुपरमून
के
दिन
चंद्रमा
कक्षा
में
पृथ्वी
के
सबसे
करीब
होता
है।
15
प्रतिशत
अधिक
चमकीला
और
पृथ्वी
से
महज
इतनी
दूरी
पर
होगा
पुराने
किसान
पंचांग
के
अनुसार
3
जुलाई
का
सुपरमून
अधिक
चमकदार
होगा
और
पृथ्वी
से
361,934
किलोमीटर
दूर
होगा।
यह
हमसे
चंद्रमा
की
औसत
दूरी
लगभग
384,400
किमी
से
21,000
किमी
अधिक
करीब
है।
सुपरमून
औसत
पूर्ण
चंद्रमा
की
तुलना
में
लगभग
7
प्रतिशत
बड़ा
और
15
प्रतिशत
अधिक
चमकीला
होता
है।
सुपरमून
क्यों
निकलता
है?
अन्य
ग्रहों
की
तरह
चंद्रमा
गोलाकार
के
बजाय
अण्डाकार
कक्षा
में
पृथ्वी
की
परिक्रमा
करता
है,
जिससे
इसकी
दूरी
अलग-अलग
होती
है।
इसलिए
जब
चंद्रमा
पृथ्वी
के
सबसे
करीब
होता
है,
तो
यह
अधिक
चमकीला
और
बड़ा
दिखाई
देता
है।
इसलिए
इसे
सुपरमून
नाम
दिया
गया
है।
perigee
के
दौरान
पूर्णिमा
चंद्रमा
अपोजी
यानी
वो
प्वांइट
जहां
यह
पृथ्वी
से
सबसे
दूर
होता
है,
के
दौरान
पूर्णिमा
की
तुलना
में
14
प्रतिशत
बड़ा
और
30
प्रतिशत
अधिक
चमकीला
दिखाई
देता
है।
बक
मून
क्यों
कहा
जाता
है?
दुनिया
के
कुछ
हिस्सों
में
सुपरमून
के
लिए
ये
शब्द
प्रचलित
है
क्योंकि
इस
समय
हिरन
के
माथे
से
नए
सींग
उगने
लगते
हैं।
हिरण
अपने
सींग
शुरुआती
वसंत
या
देर
से
सर्दियों
में
छोड़
देते
हैं,
जिससे
वे
गर्मियों
के
महीनों
में
बढ़ते
हैं।
English summary
Supermoon today, Moon will be 21,000 km closer to Earth,know why very special