Said – The strike will continue till the demands are not met, the honorarium getting in lieu of work is very less | बोले- जबतक मांगे पूरी नहीं होंगी तबतक जारी रहेगी हड़ताल, काम के एवज में मिल रहा मानदेय बहुत कम

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सीहोर26 मिनट पहले

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न्यूनतम की अधिसूचना शीघ्र जारी करने, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियमित बनाने की मांग को लेकर कार्यकर्ताए अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चली गई। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जबतक मांगे पूरी नहीं होगी हड़ताल जारी रहेगी। मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता, सहायिका कल्याण समिति संघ जिला इकाई सीहोर ने टाउन हॉल के बाहर धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की।

अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता, सहायिका कल्याण समिति संघ की जिलाध्यक्ष रेणु शर्मा ने बताया कि मप्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रत्येक गांव व वार्ड में सरकार की प्रमुख प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रही है। आज समूचे प्रशासन को प्रत्येक विषय पर जानकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा ही दी जाती है। सरकार की सभी योजनाओं को लागू कराने में और संचालित करने में आंगनबाड़ी कर्मियां की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, लेकिन इस काम के एवज में आंगनबाड़ी कर्मियों को दिये जा रहे मानदेय की राशि अत्यधिक कम है। शासन से अपनी मांगों के निराकरण की मांग को लेकर प्रदेश स्तर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता, सहायिका कल्याण समिति संघ की कार्यकर्ताएं टाउन हॉल के बाहर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी हैं। इस मौके पर जिलाध्यक्ष रेणु शर्मा, सचिव नन्दा कुशवाहा, परियोजना अध्यक्ष सफिया बानो सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता, सहायिका मौजूद थे।

इन मांगों के निराकरण की मांग

  1. भारत सरकार ने अक्टूबर 2018 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कार्यकर्ता का मानदेय बढ़ाया। जिसका आज तक एरियर्स सहित भुगतान नहीं किया गया, शीघ्र भुगतान हो।
  2. सभी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को नियमित किया जाए। राज्य शासन कर्मचारी घोषित किया जाए।
  3. सेवानिवृत्त होने पर कार्यकर्ताओं को 5 लाख व सहायिकाओं को 3 लाख रुपए दिए जाए। कोरोना काल की प्रोत्साहन राशि 10 हजार रुपए दी जाए।
  4. मिनी कार्यकर्ता को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में पदौन्नत किया जाए। भविष्य में केवल सहायिका व कार्यकर्ता की भर्ती की जाए।
  5. वरीयता के आधार पर कार्यकर्ता से सुपरवाइजर, सहायिका से कार्यकर्ता के पद पर पदौन्नति दी जाए।
  6. मोबाइल पर कार्य करने प्रशिक्षण दिया जाए। प्रशिक्षण हिन्दी में दिया जाए।

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