अमर उजाला नेटवर्क, चंडीगढ़
द्वारा प्रकाशित: दुष्यंत शर्मा
अपडेट किया गया सोम, 28 मार्च 2022 12:55 AM IST
सार
14 पुलिस कर्मियों को डीजीपी कमेंडेशन डिस्क सम्मान से किया गया पुरस्कृत। पंजाब में फिरोजपुर रैली के दौरान प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई थी चूक।
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विस्तार
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले 5 जनवरी को प्रधानमंत्री की फिरोजपुर यात्रा के दौरान सुरक्षा उल्लंघन का मामला सामने आया। वहीं, पंजाब पुलिस को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। विधानसभा चुनाव के दौरान 14 फरवरी को पीएम मोदी ने जालंधर में रैली को संबोधित किया था। फिरोजपुर में सुरक्षा चूक के बाद यह पीएम मोदी की पंजाब में पहली रैली थी।
जिन अधिकारियों को डीजीपी कमेंडेशन डिस्क से सम्मानित किया गया है, उनमें होशियारपुर के एसएसपी ध्रुमन निंबाले, कपूरथला के एसएसपी दयामा हरीश ओमप्रकाश, 7वीं बटालियन के कमांडेंट राजपाल सिंह संधू, 27वीं बटालियन के कमांडेंट उपेंद्रजीत सिंह घुम्मण, एसएसपी जालंधर ग्रामीण सतिंदर सिंह, एआईजी गुरमीत सिंह और कमांडेंट 80वीं बटालियन जगमोहन सिंह का नाम शामिल है।
इसके अलावा एआईजी हरकमलप्रीत सिंह खख, डीसीपी जालंधर जसकीरतजीत सिंह तेजा, एआईजी राजेश्वर सिंह सिद्धू, मनजीत सिंह ढेसी, एडीसीपी जालंधर सुहैल कासिम मीर, डीएसपी राकेश यादव और इंस्पेक्टर विवेक चंदर को भी डीजीपी कमेंडेशन डिस्क से सम्मानित किया गया है।
5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिरोजपुर में 42,750 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखनी थी। राष्ट्रीय शहीद स्मारक की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री का काफिला सड़क मार्ग से एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, जहां प्रदर्शनकारियों ने सड़क को जाम कर दिया। 15-20 मिनट तक प्रधानमंत्री फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी।