शिमला शहर की निजी चड्ढा बस सर्विस के कंडक्टर यशपाल जस्सी ने ईमानदारी का परिचय देते हुए बस में छूटे यात्री को 10,500 रुपये लौटाए। शनिवार रात मेफील्ड स्कूल के सेंटर हेड टीचर मोहन सिंह लोकल बस स्टैंड से विकासनगर जाने के लिए चड्ढा बस में सवार हुए। फ्रंट सीट पर बैठने के बाद जेब में रखे पैसे गिनने के लिए निकाले। विकासनगर में बस से उतरने के बाद जब जेब टटोली तो पैसे नहीं थे। वह तुरंत पंथाघाटी जा रही दूसरी बस में सवार हुए। कंडक्टर को बताया कि उनके पैसे चड्ढा बस में गिरे हैं।
कंडक्टर ने चड्ढा बस के कंडक्टर जस्सी को फोन किया। सूचना मिलते ही जस्सी ने फ्रंट सीट के आसपास टटोला तो पैसे मिल गए। जस्सी ने उन्हें 10500 लौटा दिए। निजी बस चालक-परिचालक यूनियन के अध्यक्ष रूपलाल और महासचिव अखिल गुप्ता ने बताया कि जस्सी ने ईमानदारी का परिचय देकर अन्य चालक परिचालकों के लिए मिसाल पेश की है। चड्ढा बस सर्विस के आपरेटर अमित चड्ढा ने भी जस्सी की तारीफ की है।
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शिमला शहर की निजी चड्ढा बस सर्विस के कंडक्टर यशपाल जस्सी ने ईमानदारी का परिचय देते हुए बस में छूटे यात्री को 10,500 रुपये लौटाए। शनिवार रात मेफील्ड स्कूल के सेंटर हेड टीचर मोहन सिंह लोकल बस स्टैंड से विकासनगर जाने के लिए चड्ढा बस में सवार हुए। फ्रंट सीट पर बैठने के बाद जेब में रखे पैसे गिनने के लिए निकाले। विकासनगर में बस से उतरने के बाद जब जेब टटोली तो पैसे नहीं थे। वह तुरंत पंथाघाटी जा रही दूसरी बस में सवार हुए। कंडक्टर को बताया कि उनके पैसे चड्ढा बस में गिरे हैं।
कंडक्टर ने चड्ढा बस के कंडक्टर जस्सी को फोन किया। सूचना मिलते ही जस्सी ने फ्रंट सीट के आसपास टटोला तो पैसे मिल गए। जस्सी ने उन्हें 10500 लौटा दिए। निजी बस चालक-परिचालक यूनियन के अध्यक्ष रूपलाल और महासचिव अखिल गुप्ता ने बताया कि जस्सी ने ईमानदारी का परिचय देकर अन्य चालक परिचालकों के लिए मिसाल पेश की है। चड्ढा बस सर्विस के आपरेटर अमित चड्ढा ने भी जस्सी की तारीफ की है।