हाइलाइट्स
पाकिस्तान की तुलना में महंगाई बांग्लादेश में काफी कम रिकॉर्ड की गई
पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार मात्र तीन सप्ताह से ज्यादा का नहीं
बांग्लादेश में 96 फीसदी घरों में बिजली है जबकि पाक में यह 75 फीसदी है
ढाका. भारत के दो पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और बांग्लादेश (Bangladesh) विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) के मामले में बेहद ही पिछड़े हुए है. भारत की अर्थव्यवस्था का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है. भारत इस मामले में दुनिया में पांचवें पायदान पर बना हुआ है. दूसरी तरफ पड़ोसी मुल्क अर्थव्यवस्था के मामले में बेहद पिछड़े हुए हैं. खासकर पाकिस्तान (Pakistan) की बात करें तो वो अपनी नाकाम नीतियों और आतंक की वजह से बड़े ही आर्थिक संकट (Pakistan Economic Crisis) से जूझ रहा है.
दूसरी तरफ 1971 तक पूर्वी पाकिस्तान के रूप में जाना जाने वाला बांग्लादेश (Bangladesh Economy) पाकिस्तान से बेहतर स्थिति में बना हुआ है. सही मायनों में कहें तो आर्थिक मुश्किलों के बावजूद बांग्लादेश की जीडीपी (GDP) पाकिस्तान से बेहतर बनी हुई है. और पाकिस्तान की तुलना में महंगाई भी बांग्लादेश में काफी कम रिकॉर्ड की गई है. बांग्लादेश का टका, अब पाकिस्तान के रुपये से मजबूत स्थिति में है.
जानकारों की मानें तो भारत-पाक युद्ध 1971 (Indo-Pak war 1971) में जब पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश (Bangladesh) के रूप में अलग देश के रूप में अस्तित्व में आया था तो उस समय किसी को विश्वास नहीं था कि यह मुल्क आगे निकल जाएगा. आज पाकिस्तान (Pakistan) रोटी को लेकर त्राहि-त्राहि कर रहा है और बांग्लादेश अच्छा खासा विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) लिए बैठा है. पाकिस्तान के पास यह भंडार मात्र तीन सप्ताह से ज्यादा का नहीं है. यह मात्र 3.67 अरब डॉलर का है. दूसरी तरफ बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार इस समय 34 अरब डॉलर है. पाकिस्तान की आबादी की बात करें तो यह 225 लाख है जबकि बांग्लादेश की आबादी 166 लाख है. बांग्लादेश में जीवन प्रत्याशा 73 साल है जबकि पाकिस्तान में 67 साल है. बांग्लादेश में 96 फीसदी लोगों के घरों में बिजली है जबकि पाकिस्तान में यह आंकड़ा 75 फीसदी है.
इस बीच देखा जाए तो लंबे समय से चल रहा रूस-यूक्रेन युद्ध बांग्लादेश के लिए आर्थिक मुश्किल खड़ी कर रहा है. बावजूद इसके वह इस संकट के दौर में भी अपने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से बेहतर आर्थिक स्थिति में बना है. हैरान करने वाली बात तो यह है कि सन् 1990 के दशक में पाकिस्तान अपनी तुलना भारत से करता था.
कभी आर्थिक मजबूती में भारत-पाक बराबरी पर थे
माना जाता था कि इस मुल्क में मौजूद कई संभावनाएं उसको भारत के लेवल पर ला सकती हैं. इन दो दक्षिण एशियाई देशों के आगे बढ़ने को लेकर भी कई बातें कही जाती थीं. दोनों ही देशों की जीडीपी एक जैसी थी और दोनों के आर्थिक मजबूती के आंकड़े भी करीब-करीब एक तरह के ही थे. भारतीय रुपया मजबूत स्थिति में था.
भारत की बराबरी करने वाला पाक अब बांग्लादेश से भी पीछे
लेकिन केवल दो दशकों के भीतर यह सीन बदल गया. अब भारत के साथ पाकिस्तान की तुलना करना भी बेमानी होगी. हैरान करने वाली बात तो यह है कि भारत की बराबरी करने वाला पाकिस्तान अब बांग्लादेश से भी पीछे चला गया है जोकि कभी उसका ही हिस्सा हुआ करता था. आज बांग्लादेश पाकिस्तान को ही अर्थव्यवस्था के मामले में कड़ी टक्कर दे रहा है. इसके पीछे एक बड़ी वजह भारत के साथ उसके बेहतर संबंध होना भी माना जा रहा है. खुद पीएम नरेंद्र मोदी भी बांग्लादेश का दौरा करते रहे हैं.
बांग्लादेश का ‘टका’ 2008 से हो रहा मजबूत, पाक का रुपया कमजोर
पाकिस्तान की खराब आर्थिक स्थिति और बांग्लादेश के सुधरे हालातों पर जानकारों का मानना है कि कभी बांग्लादेश के टके को लेकर मजाक उड़ाया जाता था. लेकिन उस टके के मजबूती ने पाकिस्तान की हालत खराब कर दी है. साल 2008 से ही बांग्लादेश का ‘टका’ मजबूत हो रहा था और पाकिस्तान का रुपया कमजोर होता जा रहा था.
पाकिस्तान की तुलना में बांग्लादेश इन्वेस्टरों की पसंद बन रहा था. पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों और आतंकवाद की वजह से दुनिया में बदनाम है. इतना ही नहीं जर्मनी की सबसे बड़ी टेक्सटाइल कंपनी भी पाकिस्तान को सलाह दे रही है. बांग्लादेश की तर्ज पर सुरक्षा के मानकों को बढ़ाने की सलाह दे रही है जिससे कि टेक्सटाइल निर्यात बढ़ाया जा सकेगा.
प्रति व्यक्ति आय के मामले में भी बांग्लादेश पाकिस्तान से आगे
विश्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक सन 1971 के बाद से बांग्लादेश की जीडीपी 8.75 अरब डॉलर से बढ़कर साल 2021 में 416 अरब डॉलर पर पहुंच गई है. वहीं, पाकिस्तान की बात करें तो साल 2021 में इसकी जीडीपी 346 अरब डॉलर पर थी. साल 1971 में यह आंकड़ा 10.67 अरब डॉलर था. लेकिन बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति आय 2503 डॉलर और पाकिस्तान की 1538 डॉलर है. यह पाकिस्तान की तुलना में करीब 60 फीसदी ज्यादा है.
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Tags: Bangladesh, GDP, Pakistan news, World news in hindi
FIRST PUBLISHED : February 01, 2023, 11:16 IST