Online Exam In Chhattisharh; Chhattisgarh Students Celebrated After Bhupesg Government’s Order To Conduct Online Examination In Janjgir | ​​​​​​​जांजगीर में कॉलेज छात्रों ने ढोल-बाजे के साथ किया डांस; लगाए नारे- काहे की चिंता है, तोहार कका अभी जिंदा है

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जांजगीर-चांपा35 मिनट पहले

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छत्तीसगढ़ में यूनिवर्सिटी और कॉलेजों की ऑनलाइन परीक्षा कराए जाने के आदेश के बाद छात्रों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है। जांजगीर में मंगलवार को छात्र ढोल और बाजे के साथ सड़क पर निकल आए और जमकर डांस किया। छात्रों ने पटाखे फोड़े और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे लगाए। छात्रों ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि ‘काहे की चिंता है, तोहार कका अभी जिंदा है’।

NSUI ने ऑफलाइन परीक्षा के विरोध में किया था प्रदर्शन
कोविड संक्रमण काल के दो साल बाद ऑफलाइन परीक्षाओं को लेकर तैयारी शुरू हो गई थी। कुछ यूनिवर्सिटी ने इसकी घोषणा भी कर दी। इसके बाद इसका विरोध शुरू हो गया। खासकर कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI इसे लेकर सड़कों पर उतर गया और प्रदर्शन करने लगा। इसके बाद NSUI पदाधिकारियों ने रायपुर में मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। इस पर चालू शैक्षणिक सत्र की परीक्षा ऑनलाइन कराने के आदेश दे दिए।

छात्रों ने लगाया जैसी शिक्षा, वैसी परीक्षा का नारा
सरकार के इस फैसले के यूनिवर्सिटी और कॉलेज में पहुंचते ही छात्र खुशी से झूम उठे हैं। अकलतरा में छात्रों ने NSUI कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर ढोल-बाजे के साथ डांस किया और जश्न मनाया। छात्रों ने कहा कि हमारी क्लासेज लगी नहीं थी, लेकिन ऑनलाइन एग्जाम लिया जा रहा है। यह गलत था। इसलिए हम कह रहे थे कि जैसी शिक्षा, वैसी परीक्षा का नारा लगा रहे थे। सरकार का फैसला हमारे लिए बहुत खुशी की बात है।

कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप परीक्षा बड़ी चुनौती
सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 संक्रमण के कारण राज्य में शिक्षा सत्र 2021-22 का अध्यापन कार्य विलंब से प्रारंभ हुआ था। इसके चलते परीक्षाएं भी देर से आयोजित किया जाना प्रस्तावित है। वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन सामान्यतः 50 से 60 दिन में पूर्ण होता है। इतनी लम्बी अवधि तक कोविड प्रोटोकॉल अनुरूप व्यवस्था करना परीक्षा केंद्रों के लिए बड़ी चुनौती है। इस दिशा में छोटी सी चूक के गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं।

UGC ने परिस्थितियों के अनुरूप निर्णय लेने के लिए कहा था
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने 11 फरवरी 2022 को भेजे पत्र में सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को क्षेत्रीय परिस्थिति के आधार पर संस्थान खोलने, क्लास रूम का संचालन करने और परीक्षाओं का ऑफलाइन, ऑनलाइन अथवा ब्लैण्डेंड मोड में आयोजन करने संबंधी निर्णय लेने अधिकृत किया है।

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