
पराली न जलाने वाले 100 किसानों को किया गया सम्मानित।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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जालंधर जिला प्रशासन ने पराली न जलाकर पर्यावरण के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले प्रगतिशील किसानों को प्रोत्साहित करते हुए शुक्रवार को विभिन्न प्रखंडों के 100 से अधिक किसानों को ‘पर्यावरण के संरक्षक’ के रूप में सम्मानित किया। जिला प्रशासनिक परिसर में सम्मानित किसानों ने भी अन्य किसानों को पर्यावरण की रक्षा के लिए पराली नहीं जलाने, धरती की उर्वरता बनाए रखने, मित्र कीटों की रक्षा करने और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को प्रदूषण मुक्त बनाने का संकल्प लेने का भी आह्वान किया।
आइए हम बनाएं स्वस्थ समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान, जिसमें प्रखंड आदमपुर, भोगपुर, जालंधर, जालंधर पश्चिम एवं पूर्व, लोहियां, नकोदर, नूरमहल, फिल्लौर, रुड़का कलां एवं शाहकोट में पराली नहीं जलाने वाले किसानों को जिला प्रशासन ने ‘पर्यावरण संरक्षक’ प्रमाण पत्र वितरित किए। नकोदर विधायक इंद्रजीत कौर मान, डीसी जसप्रीत सिंह व अन्य पदाधिकारियों ने किसानों को सम्मानित करते हुए कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग का संदेश ‘पराली मत जलाओ, पर्यावरण बचाओ’ का संदेश गांव से गांव और घर-घर तक पहुंचाया जाए।
डीसी ने कहा कि प्रशासन द्वारा किसानों को और अधिक जागरूक करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं ताकि पर्यावरण को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त रखा जा सके। उन्होंने कहा कि जालंधर जिले में पिछले साल की तुलना में वायु गुणवत्ता स्तर (एक्यूआई) में सुधार हुआ है क्योंकि 2021 में यह आंकड़ा 327 था जो इस बार 225 है।