चित्तौड़गढ़13 मिनट पहले
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वरिष्ठ नागरिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष गोपाल सिंह ईडवा चित्तौड़गढ़ पहुँचे।
लोकसभा और विधानसभा चुनाव के होने में अब 2 वर्ष से भी कम समय रह गया है। ऐसे में एक बार फिर से नेताओं को अपने पुराने संसदीय क्षेत्रों की याद आने लगी है। इसी बीच करीब 3 वर्ष बाद वरिष्ठ नागरिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष ( राज्यमंत्री) का पद मिलने के बाद गोपाल सिंह ईडवा चित्तौड़गढ़ पहुंचे। यहां उन्होंने कांग्रेस के कुछ पदाधिकारियों से मुलाकात की और एक बार फिर आगामी आने वाले लोकसभा चुनाव में चित्तौड़गढ़ से लड़ने की इच्छा भी जताई।
सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए गोपाल सिंह ईड़वा ने कहा कि अगर पार्टी टिकट देगी तो लोकसभा का चुनाव जरूर लडूंगा और चित्तौड़गढ़ से ही लड़ूंगा। यह मेरा कर्म क्षेत्र है। उन्होंने विधानसभा चुनाव यहाँ से लड़ने से इंकार कर दिया। पत्रकार वार्ता के दौरान कपासन से विधानसभा चुनाव प्रत्याशी आनंदी राम खटीक, करण सिंह सांखला भी मौजूद रहे
कांग्रेस पार्टी में सक्रियता बढ़ाने आया हूँ
ईडवा ने कहा कि कोरोना काल के चलते विगत 3 वर्षों से चित्तौड़गढ़ के दौरे पर नहीं आ सका। अब जबकि संक्रमण का दौर लगभग समाप्त हो चुका है, एक बार फिर से चित्तौड़गढ़ पहुंचकर उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों और आमजन से मिलकर उनकी नाराजगी और समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता में नया उत्साह जगाने आया हूँ। कांग्रेस पार्टी में सक्रियता बढ़ाने, यहां से कार्यकर्ताओं को क्या-क्या असुविधा है वह जानने, चुनाव हारने के बाद जिन समस्याओं का सामना करना पड़ा उनका समाधान कितना हुआ यह करने के लिए आया हूं।
निजी वृद्धाश्रमों में हो रही लापरवाही की होगी जांच
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कई स्थानों पर संचालित हो रहे निजी वृद्धाश्रमो में लापरवाही होने के साथ फर्जीवाड़े में फंड इकट्ठा करने की जानकारी सामने आई है। उनकी जांच करवा कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं करूंगा कि कोई सीनियर सिटीजन के साथ गलत करें। जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आएगा, वैसे-वैसे पिछले 3 वर्षों में चित्तौड़गढ़ को भूल चुके नेताओं को एक बार फिर से यहां की याद आना स्वाभाविक ही है। अब देखना यह है कि गोपाल सिंह ईडवा चित्तौड़गढ़ से लोकसभा का चुनाव लड़ने का जो सपना देख रहे हैं यह सपना कितना सच होता है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।