हाइलाइट्स
किम जोंग इल उत्तर कोरिया के बनने के बाद दूसरे शासक थे.
उन्होंने 1994 से लेकर 2011 तक उत्तर कोरया की बागडोर संभाली थी.
किम जोंग इल का जन्मदिन उत्तर कोरिया में एक राष्ट्रीय उत्सव की तरह मनाया जाता है.
उत्तर कोरिया (North Korea) का जब से निर्माण हुआ है वहां तानाशाही शासन चल रहा है. वर्तमान शासक किम जोन उन (Kim Jong Un) अपने किम परिवार के तीसरी पीढ़ी के शासक हैं और 16 फरवरी को उनके पिता किम जोंग इल का जन्मदिन (Kim Jong Il Birthday) है. इल खुद भी एक तानाशाह थे और तानाशाहों के सनक और दूसरी तरह के बदनामी के किस्से ना हों ऐसा नही हो सकता है. जहां वर्तमान शासन किन जोंग उन की जन्म तारीख भी लोगों को नहीं पता है और ना ही उनका जन्मदिन मनाया जाता है इसके ठीक उलट उनके पिता किम जोंग इल उत्तर कोरिया में एक उत्सव की तरह मनाया जाता है.
एक राष्ट्रीय उत्सव की तरह
किम जोंग इल का जन्मदिन उनके जीवित रहते भी मनाया जाता था, लेकिन उनके जाने के बाद यह दिन देश का डे ऑफ द राइजिंग स्टार के नाम से राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाया जाता है. जहां उन के दादा जी किम इल सुंग को ग्रेट लीडर के रूप में जाना जाता है तो वहीं किम जोंग इल को डियर लीडर के तौर पर पहचाना जाता है.
कहां हुआ था जन्म
किम जोंग इल का जन्म कहां और कब हुआ इस पर मतैक्य नहीं हैं पर प्रचलित मतानुसार उनका जन्म 16 फरवरी 1942 में रूसके साइबेरिया में हुआ था जब उनके पिता किम इल सुंग सोवियत संघ में गोरिल्ला गतिविधियों के लिए वहां गए हुए थे. आधिकारिक तौर पर उत्तर कोरिया के मुतिबक किम जोंग इल का जन्म स्थान कोरिया के माउंट पेक्टू है.
राजनीति में बचपन से दिलचस्पी
किम जोंग इल की आधिकारिक जीवनी के अनुसार उनका शुरुआती शिक्षा प्योंगयांग में हुई थी जबकि कई लोगों को मानना है कि कोरिया युद्ध के दौरान सुरक्षा के लिहाज से उन्हें चीन भेज दिया गया था जहां उनकी पढ़ाई हुई थी. स्कूल के दिनों से ही इल की राजनीति में दिलचस्पी थी और स्कूल की राजनैतिक स्वरूप वाली गतिविधियों में वे बढ़ चढ़ कर भाग लेते थे.

पिता किम इल सुंग के चहेते होने के बाद भी किम जोंग इल (Kim Jong Il) ने धीरे धीरे देश की बागडोर अपने हाथ में ले ली थी. (तस्वीर: Wikimedia Commons)
कम उम्र में ही जिम्मेदारियां
किम जोंग इल ने माल्टा में अंग्रेजी की शिक्षा ली और युवाअवस्था में ही वे वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया आधिकारिक तौर पर शामिल हो गए थे. 26 साल की उम्र में ही उनके पिता ने उन्हें आधिकारिक जिम्मेदारियां देना शुरू कर दी थीं और जल्दी ही ऐसे संकेत भी मिलने लगे जिससे साफ हो गया कि किम जोंग इल ही किम इल सुंग के उत्तराधिकारी होंगे.
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धीरे धीरे बढ़ा वर्चस्व
धीरे धीरे वे वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की सेंट्रल कमेटी तक भी पहुंचे जिसके बाद इल की शक्तियां बढ़ती गईं. 1970 के दशक मे ही परिवार में और डब्ल्यूपीके में भी आधाकारिक तौर पर तय हो गया कि किम जोंग इल ही किम इल सुंग को उत्तराधिकारी होंगे. 1980 के दशक के शुरू से ही ना केवल इल को पार्टी में आधिकारिक पद मिलने लगे बल्कि सरकार भी उनकी छवि को गढ़ने में लग गई. सरकार में दखल बढ़ने के साथ ही 1994 में जब किम इल सुंग का निधन हो गया तो किम जोंग इल की ताजपोशी महज औपचारिकता ही रह गई थी.

उत्तर कोरिया में किम जोंग इल (Kim Jong Il) को डियर लीडर तो उनके पिता पिता किम इल सुंग को ग्रेट लीडर माना जाता है. (तस्वीर: Wikimedia Commons)
सेना ही प्राथमिकता
अपने शासनकाल में किम जोंग इल ने कभी भी लोक कल्याण कार्यक्रमों पर काम नहीं किया बल्कि देश की सेना को मजबूत बनाने में ही लगे रहे. वे यूरोप तक ट्रेन से होकर जाया करते थे और जेम्स बॉन्ड की फिल्मों को खासा पसंद करते थे. अपने पिता की तरह वे भी हवाई यात्रा करने से बचत थे और हमेशा उत्तर कोरिया का ही खाना खाया करते थे. उन्हें आर्थिक मोर्चों पर सफल नहीं माना जाता था. फिर भी उन्हें एक कुशल कूटनीतिज्ञ भी कहा जाता था.
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आज भी 16 फरवरी को उत्तर कोरिया में दो दिनों का राष्ट्रीय अवकाश होता है. इस दिन पूरे देश में उत्सव का माहौल होता है. राजधानी पियोंयांग में बहुत से कार्यक्रम होते हैं जैसे संगीत कार्यक्रम, सैन्य प्रदर्शन, आतिशबाजी, जिमनास्टिक, और डांसिंग पार्टी होती हैय सरकार इस दिन लोगों को सामान्य से ज्यादा भोजन मुहैया करती है.
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Tags: North Korea, Research, World
FIRST PUBLISHED : February 16, 2023, 06:51 IST