Jupiter Effects in hindi: सभी राशि के जातक भी यदि प्रतिदिन मस्तक पर केसर का तिलक करेंगे तो उनके शुभ परिणामों में वृद्धि होगी।
Astrology
lekhaka-Gajendra sharma

Jupiter
(
Guru)
Transit
in
Aries
2023:
धर्म,
अध्यात्म,
संयम,
धैर्य,
सुख-सम्मान,
प्रतिष्ठा
और
समस्त
शुभ
कार्यों
के
प्रतिनिधि
ग्रह
बृहस्पति
का
महा
राशि
परिवर्तन
22
अप्रैल
2023
को
प्रात:
5
बजकर
14
मिनट
पर
होने
जा
रहा
है।
बृहस्पति
स्वराशि
मीन
से
निकलकर
मेष
में
प्रवेश
करने
जा
रहा
है।
बृहस्पति
का
मेष
में
गोचर
12
साल
बाद
हो
रहा
है
क्योंकि
यह
ग्रह
प्रत्येक
राशि
में
एक
वर्ष
गोचर
करता
है।
इस
प्रकार
12
साल
बाद
यह
मेष
राशि
में
आ
रहा
है।
बृहस्पति
1
मई
2024
को
दोपहर
1
बजकर
50
मिनट
तक
इसी
राशि
में
भ्रमण
करेगा।
गुरु
चांडाल
योग
30
अक्टूबर
बृहस्पति
के
इस
राशि
परिवर्तन
से
समस्त
राशियों
के
साथ
ब्रह्मांड,
पर्यावरण,
प्रकृति,
राजकाज,
देशों,
भौगोलिक
परिस्थितयों
आदि
पर
होने
वाला
है।
वर्तमान
में
बृहस्पति
अस्त
चल
रहे
हैं,
जो
राशि
बदलने
के
9
दिन
बाद
अर्थात
1
मई
को
प्रात:
4:30
बजे
उदय
होंगे।
इसके
बाद
से
इसके
शुभ
फलों
में
वृद्धि
होगी।
हालांकि
मेष
राशि
में
पहले
से
राहु
के
होने
के
कारण
यहां
गुरु-चांडाल
योग
बन
रहा
है।
इसके
प्रभाव
से
मेष
राशि
के
जातकों
को
कई
कष्टों
का
सामना
भी
करना
पड़
सकता
है।
मेष
में
गुरु
चांडाल
योग
30
अक्टूबर
2023
तक
बना
रहेगा।
राशियों
पर
प्रभाव
मेष
:
इसी
राशि
में
बृहस्पति
का
आना
अत्यंत
शुभ
है।
मेष
का
स्वामी
मंगल
और
बृहस्पति
मित्र
ग्रह
हैं।
मेष
राशि
के
जातकों
को
सम्मान,
प्रतिष्ठा
प्राप्त
होगी।
धन
सुख
संपत्ति
प्राप्त
होगी।
पारिवारिक
और
वैवाहिक
सुख
में
वृद्धि
होगी।
क्रोध
में
वृद्धि
होने
से
काम
बिगड़ेंगे
भी।
वृषभ
:
द्वादश
बृहस्पति
आपके
लिए
अनेक
सौगातें
लेकर
आएगा
किंतु
कई
चुनौतियां
भी
जीवन
में
आ
सकती
हैं।
पारिवारिक
सहयोगसे
कार्य
पूरे
होंगे
किंतु
बाहरी
लोग
आपके
विरोध
में
रहेंगे।
आर्थिक
हानि
पहुंचाने
का
प्रयास
करेंगे।
धन
की
आवक
बराबर
बनी
रहेगी।
मिथुन
:
एकादश
में
बृहस्पति
का
आना
शुभ
है।
धन
की
आवक
जोरदार
होगी।
फंसा
पैसा
लौट
आएगा।
शारीरिक
मानसिक
रूप
से
स्वस्थ
रहेंगे।
पारिवारिक
जीवन
सुखद
रहेगा।
नए
कार्य
व्यवसाय
प्राप्त
होंगे।
यात्राओं
से
धन
अर्जित
करने
के
योग
बनेंगे।
कर्क
:
दशम
में
बृहस्पति
का
आना
कार्य
व्यवसाय
के
लिए
ठीक
नहीं
है।
मानसिक
रूप
से
विचलित
रहेंगे।
अनेक
कार्य
बनते-बनते
अटक
सकते
हैं।
परिवार
और
मित्रों
का
सहयोग
प्राप्त
रहेगा
किंतु
मेहनत
आपको
स्वयं
ही
करनी
होगी।
प्रेम
संबंध
टूट
सकते
हैं।
सिंह
:
भाग्य
भाव
का
बृहस्पति
किस्मत
चमकाएगा।
पारिवारिक,
सामाजिक
जीवन
सुखद
होगा।
सम्मान-प्रतिष्ठा
बढ़ेगी।
आर्थिक
स्थिति
बेहतर
होगी।
शारीरिक
स्वास्थ्य
मजबूत
रहेगा।
अनेक
जगहों
से
धन
की
आवक
होगी।
नए
प्कार्य-व्यवसाय
मिलेंगे।
प्रेम
में
वृद्धि
होगी।
कन्या
:
अष्टम
का
बृहस्पति
मानसिक
रूप
से
कष्टप्रद
है।
आपके
क्रोध
में
वृद्धि
होने
से
रोग
आ
सकते
हैं।
धन
की
तंगी
महसूस
होगी।
पैसों
के
अभाव
में
अनेक
कार्य
अटक
सकते
हैं।
जो
कार्य
चल
रहा
है
उसे
चलने
दें।
नए
कार्य
में
हाथ
डालना
परेशानी
भरा
हो
सकता
है।
तुला
:
सप्तम
का
बृहस्पति
शुभ
है।
धार्मिक
कार्यों
की
ओर
प्रवृत्त
होंगे।
मित्रों
और
साझेदारों
से
पूरा
सहयोग
मिलेगा।
शारीरिक
मजबूती
आएगी।
धन
की
आवक
पर्याप्त
होगी।
समाज
में
नाम
और
सम्मान
मिलेगा।
पारिवारिक
स्थिति
सुखद
रहेगी।
वैवाहिक
योग
बनेंगे।
वृश्चिक
:
रोग
और
शत्रुओं
में
वृद्धि
होगी।
आपके
कार्य
में
बाधा
पहुंचाने
के
प्रयास
होंगे।
आर्थिक
हानि
की
आशंका
है।
शारीरिक
स्थिति
गड़बड़ा
सकती
है।
परिवार
का
सहयोग
रहेगा
किंतु
कष्ट
अकेले
ही
झेलना
होंगे।
नए
कार्य-व्यवसाय
प्रारंभ
होने
के
योग
बनेंगे।
धनु
:
पंचम
का
बृहस्पति
शिक्षा
में
रूकावट
का
संकेत
है।
विद्यार्थियों
को
कठिन
परिश्रम
करना
होगा।
प्रेम
और
संतान
के
मामले
में
शुभ
समय
रहेगा।
नए
प्रेम
संबंध
प्राप्त
होंगे।
मानसिक
और
शारीरिक
रूप
से
सशक्त
रहेंगे।
आर्थिक
स्थिति
सामान्य
रहेगा।
धन
प्राप्त
होगा।
मकर
:
समय
ठीक
नहीं
कहा
जा
सकता।
सुख
स्थान
में
बृहस्पति
का
आना
भाव
नाश
करेगा।
जीवनसाथी
के
साथ
मनमुटाव,
परेशानी,
कष्ट
बढ़ेगा।
पारिवारिक
कलह
हो
सकता
है।
सुखों
में
कमी
रहेगी।
धन
का
अभाव
अनुभव
होगा।
शारीरिक
कष्ट
होने
की
आशंका।
कुंभ
:
आपके
लिए
बृहस्पति
का
गोचर
मिश्रित
फलदायी
रहेगा।
पैतृक
संपत्ति
प्राप्त
होगी
किंतु
भाई-बहनों
से
गतिरोध,
टकराव
हो
सकता
है।
मानसिक
रूप
से
विचलित
रहेंगे।
कार्य
अटकने
से
चिड़चिड़ाहट
रहेगी।
स्वास्थ्य
का
ध्यान
रखें।
कार्य
सामान्य
गति
से
चलेंगे।
मीन
:
द्वितीय
स्थान
का
बृहस्पति
सुख
प्रदान
करेगा।
धन
की
आवक
भरपूर
होगी।
धन
आने
के
नए
मार्ग
खुलेंगे।
नए
कार्य-व्यवसाय
प्राप्त
होंगे।
अपनी
वाणी
से
दूसरों
को
प्रभावित
करेंगे।
प्रेम
संबंध
प्रगाढ़
होंगे
किंतु
वैवाहिक
जीवन
में
टकराव
संभव
है।
किसी
का
साथ
खुशी
देगा।
किस
राशि
के
लिए
कैसा
-
शुभ
:
मिथुन,
सिंह,
तुला,
मीन -
मिश्रित
:
मेष,
वृषभ,
धनु,
कुंभ -
अशुभ
:
कर्क,
कन्या,
वृश्चिक,
मकर
क्या
उपाय
करें
-
जिन
राशियों
के
लिए
बृहस्पति
का
गोचर
ठीक
नहीं
है,
वे
जातक
गुरुवार
का
व्रत
रखें। -
पीपल
या
केले
के
वृक्ष
में
हल्दी
मिश्रित
जल
अर्पित
करें। -
चने
की
दाल
और
केले
गुरुवार
को
दान
करें। -
प्रतिदिन
केसर
या
हल्दी
का
तिलक
मस्तक
पर
करें। -
गुरु
समान
व्यक्तियों
या
पिता,
दादा
आदि
का
सम्मान
करें।
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English summary
Jupiter (Guru) Transit in Aries 2023 on 22nd April: Read Effects in hindi