
चेतन सिंह जौड़ामाजरा
– फोटो : अमर उजाला
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पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने राज्य में स्वास्थ्य महकमे के अधीन खस्ताहाल भवनों को उचित प्रक्रिया अपनाकर गिराने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश में 14 नए जन औषधि स्टोर भी खोले जाएंगे।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा की अध्यक्षता में गुरुवार को पंजाब भवन चंडीगढ़ में राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान मंत्री ने विभाग में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। बैठक को संबोधित करते हुए जौड़ामाजरा ने अधिकारियों को सक्रिय रहने और सभी विकास कार्यों को निर्धारित समय के अनुसार पूरा करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि किसी भी काम को पूरा करने में ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी और गलती करने वाले अधिकारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार लाने के लिए जौड़ामाजरा ने अधिकारियों को आदेश दिए कि वे पंजाब की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को उनके मेडिकल उपकरणों की जानकारी मुहैया करवाने के साथ-साथ किसी भी नए उपकरण की जरूरत या मरम्मत को लेकर अवगत करवाने संबंधी निर्देश दें। इसको लेकर बजट में प्रावधान किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने पंजाब की स्वास्थ्य संस्थाओं में खराब या इस्तेमाल में न आने वाले उपकरणों का निपटारा करने की कार्रवाई अमल में लाने के लिए कहा, जिससे अस्पतालों में जगह खाली हो सके। मंत्री ने अस्पतालों में साफ-सफाई के रखरखाव के लिए ठेके की स्थिति संबंधी जानकारी भी ली और अधिकारियों को कहा कि अस्पतालों की बेहतर देखभाल को सुनिश्चित बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि खस्ता हालत वाली पुरानी इमारतों को उचित प्रक्रिया अपनाते हुए गिरा दिया जाए। पंजाब के सरकारी अस्पतालों में 25 जन औषधि स्टोर पहले ही किफायती दरों पर दवाएं मुहैया करवा रहे हैं। लोगों की सुविधा के लिए ऐसे 14 और स्टोर खोलने की योजना है।
मंत्री ने अलग-अलग कर्मचारी संगठनों की शिकायतों पर भी विचार-विमर्श किया और अधिकारियों को उनकी जायज मांगों को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को कर्मचारियों के मेडिकल बिलों की अदायगी को लेकर किसी भी बकाया मामले को निपटाने के लिए भी कहा।
बैठक में मिशन डायरेक्टर एनएचएम अभिनव त्रिखा, निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. रणजीत सिंह घोतड़ा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं (परिवार कल्याण) डॉ. रविंदरपाल कौर, निदेशक होम्योपैथी, निदेशक आयुर्वेद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।