Hindu Nav Varsh 2023: नव संवत्सर नल होगा प्रारंभ, राजा बुध, मंत्री होंगे शुक्र | Hindu Nav Varsh 2023: Nav Samvatsara will start from 21st March, Read Details

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कंकणाकृति सूर्यग्रहण : आश्विन अमावस्या शनिवार 14 अक्टूबर 2023 कंकणाकृति सूर्यग्रहण होगा, यह भी भारत में दिखाई नहीं देगा।

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Hindu Nav Varsh 2023


Hindu
New
Year
2023:

चैत्र
शुक्ल
प्रतिपदा
22
मार्च
2023,
बुधवार
से
हिंदू
नव
संवत्सर
2080
और
शालिवाहन
शक
1945
प्रारंभ
हो
रहा
है।
इस
संवत्सर
का
नाम
होगा
नल।
इसके
राजा
बुध
और
मंत्री
शुक्र
होंगे।
शिव
विंशति
के
इस
नल
नामक
संवत्सर
की
गणना
10वें
क्रम
पर
होती
है।
वर्ष
के
राजा
बुध,
मंत्री
शुक्र,
सस्येश
चंद्र,
मेघेश
गुरु,
दुर्गेश
गुरु,
धनेश
सूर्य,
रसेश
बुध,
धान्येश
शनि,
निरसेश
चंद्र
और
फलेश
गुरु
रहेंगे।
ग्रह
मंडल
में
8
स्थान
शुभ
ग्रहों
को
प्राप्त
हुए
हैं
और
दो
स्थान
क्रूर
ग्रहों
को
प्राप्त
हुए
हैं।


संवत्सर
फल


राजा
बुध
:

नव
संवत्सर
का
राजा
बुध
होने
से
इस
वर्ष
श्रेष्ठ
वर्षा
होने
के
योग
हैं।
धान्योत्पादन
अच्छा
होगा,
मांगलिक
कार्यों
की
प्रधानता
रहेगी।
सभी
प्राणियों
में
सौख्य
बना
रहेगा।
प्रजा
में
आरोग्यता
बनी
रहेगी।
रस
पदार्थों
के
भावों
में
प्रारंभ
में
तेजी
के
बाद
साम्यता
आएगी।


मंत्री
शुक्र
:

वर्ष
के
मंत्री
शुक्र
हैं।
वर्षा
अच्छी
होने
से
अन्नोत्पित्त
उत्तम
किंतु
कहीं-कहीं
टिड्डी
दल
और
वन्य
जीवों
से
फसलों
को
हानि।
शासन
महंगाई
पर
नियंत्रण
का
प्रयास
करेगा।
कुछ
क्षेत्रों
में
अज्ञात
रोगों
से
जनता
में
भय
का
माहौल
रहेगा।


वर्ष
के
अन्य
महत्वपूर्ण
पर्वकाल


अधिकमास

नव
संवत्सर
2080
में
अधिकमास

रहा
है।
यह
अधिकमास
श्रावण
रहेगा।
श्रावण
अधिकमास
18
जुलाई
से
16
अगस्त
तक
रहेगा।
प्रथम
शुद्ध
श्रावण
का
कृष्ण
पक्ष
4
जुलाई
से
17
जुलाई
तक
रहेगा।
शुद्ध
श्रावण
का
शुक्ल
पक्ष
17
अगस्त
से
31
अगस्त
तक
रहेगा।


अमावस्या

  • सोमवती
    अमावस्या-
    17
    जुलाई
    2023
    प्रथम
    श्रावण
    अमावस्या
    और
    13
    नवंबर
    2023
    कार्तिक
    अमावस्या
  • शनैश्चरी
    अमावस्या-
    14
    अक्टूबर
    2023
    आश्विन
    अमावस्या
  • शनि
    जयंती-
    19
    मई
    2023
    ज्येष्ठ
    अमावस्या


शनि
दृष्टि

वर्षपर्यंत
शनि
के
कुंभ
राशि
में
भ्रमण
करने
से
शनि
की
दृष्टि
उत्तर
की
ओर
रहेगी।
अत:
उत्तर
दिशा
विशेषत:
उत्तरी
गोलार्द्ध
के
क्षेत्रों,
नगरों,
देशों
तथा
भारत
के
उत्तर
दिशावर्ती
पड़ोसियों

अन्य
राष्ट्रों
के
लिए
विशेष
अरिष्टप्रदायक
है।
हिंसा,
बम
विस्फोट,
युद्ध,
रक्तपात,
यान
दुर्घटना,
रोग-शोक,
अतिवर्षण,
भूकंप,
भूस्खलन,
आंधी-तूफान
आदि
प्राकृतिक
प्रकोप
से
जन
धन
की
हानि।


ग्रहण

  • खंडग्रास
    चंद्रग्रहण
    :
    संवत
    2080
    आश्विन
    पूर्णिमा
    शनिवार
    28-29
    अक्टूबर
    2023
    को
    रात्रि
    में
    भारत
    में
    खंडग्रास
    चंद्रग्रहण
    दिखाई
    देगा।
    भूमंडल
    में
    यह
    ग्रहण
    रात्रि
    11
    बजकर
    32
    मिनट
    से
    प्रारंभ
    होकर
    3
    बजकर
    56
    मिनट
    पर
    समाप्त
    होगा।
  • सूर्यग्रहण
    :
    वैशाख
    अमावस्या
    गुरुवार
    20
    अप्रैल
    2023
    को
    सूर्यग्रहण
    होगा
    किंतु
    यह
    भारत
    में
    दिखाई
    नहीं
    देगा।
  • छाया
    चंद्रग्रहण
    :
    वैशाख
    पूर्णिमा
    शुक्रवार
    5
    मई
    को
    छाया
    चंद्रग्रहण
    है
    जो
    भारत
    में
    नहीं
    होगा।

Chaitra Navratrti 2023: नौ दिनों में अलग-अलग रंगों के वस्त्र पहनकर करें मां की पूजा, मिलेगा धन-वैभवChaitra
Navratrti
2023:
नौ
दिनों
में
अलग-अलग
रंगों
के
वस्त्र
पहनकर
करें
मां
की
पूजा,
मिलेगा
धन-वैभव

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चैत्र
नवरात्रि
का
व्रत
21
मार्च
या
22
मार्च
को
होगा
शुरू
इसको
लेकर
देखें
यह
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English summary

Hindu Nav Varsh 2023: Nav Samvatsara will start from 21st March, Read Details.

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