Himachal Pradesh Election 2022 Jp Nadda And Independent Candidate Raj Kumar Kaundal – बिलासपुर: नड्डा और सीएम के फोन के बाद भी नहीं माने सुभाष, राजकुमार कौंडल
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के लिए अपने ही जिले में हो रही बगावत को शांत करना मुश्किल होता जा रहा है। उनके अपने विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व मंत्री रिखिराम कौंडल के बेटे राजकुमार कौंडल ने नड्डा और सीएम जयराम ठाकुर के फोन के बाद भी झंडूता से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन किया है। नड्डा की अपनी सीट सदर से भी सुभाष शर्मा ने सीधे बगावत की है और नामांकन किया है।
नड्डा ने राजकुमार कौंडल से फोन पर बात कर उनसे आग्रह किया था कि वह पार्टी के विरुद्ध जाकर चुनाव में न उतरें। लेकिन कौंडल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष की बातों को तरजीह न देते हुए झंडूता विधानसभा से नामांकन भरा है। वहीं, प्रचार में भी जुट गए हैं। राजकुमार कौंडल भाजपा के पूर्व मंत्री दिवंगत रिखी राम कौंडल के पुत्र हैं।
वह अपनी ग्राम पंचायत घराण के प्रधान भी हैं। राजकुमार कौंडल ने साफ किया है कि वह हर हाल में चुनाव लड़ेंगे। सुभाष शर्मा का कहना है कि अगर नड्डा उन्हें बात करने के लिए बुलाएंगे भी तो भी वह अब कोई बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सदर के लोगों ने बेटा मानकर उन्हें न केवल प्यार और साथ दिया है बल्कि चुनाव के लिए चंदा भी दे रहे हैं।
त्रिलोक, चंदेल ने ली सुभाष ठाकुर की जगह अभी तक नड्डा के कार्यक्रम में उनके साथ सदर विधायक सुभाष ठाकुर होते थे। लेकिन जैसे ही सदर से भाजपा ने अपना चेहरा बदला, वैसे ही नड्डा के आसपास रहने वाले चेहरों की प्राथमिकता भी बदल गई। अब सदर विधायक की जगह हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पूर्व सांसद सुरेश चंदेल और त्रिलोक जम्वाल ने ले ली है।
दीप मिलन के बहाने डैमेज कंट्रोल गृह जिले में उठ रहे बगावत के सुरों को दबाने और डैमेज कंट्रोल के लिए नड्डा बिलासपुर पहुंचे हैं। इसके लिए दीप मिलन के बहाने चारों विधानसभा के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों के साथ उन्होंने बैठकें भी तय की हैं।
टिकट कटने के बाद नाराज हुए भरमौर के भाजपा विधायक जिया लाल ने अब चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने उन्हें दिल्ली बुलाकर समझाया, जिसके बाद उन्होंने एलान किया है कि वह पार्टी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगे।
जिया लाल ने सोशल मीडिया पर नड्डा के साथ मुलाकात की तस्वीर भी साझा की है। इसमें उन्होंने लिखा है कि नड्डा के बुलाए जाने के बाद उनसे मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है।
इस बार भी भाजपा की सरकार बनाने के लिए मिलकर कार्य करेंगे। सरकार नहीं, रिवाज बदलेंगे। उल्लेखनीय है कि जिया लाल भरमौर से डॉ. जनक राज को भाजपा का टिकट दिए जाने से नाराज थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली थी।
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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के लिए अपने ही जिले में हो रही बगावत को शांत करना मुश्किल होता जा रहा है। उनके अपने विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व मंत्री रिखिराम कौंडल के बेटे राजकुमार कौंडल ने नड्डा और सीएम जयराम ठाकुर के फोन के बाद भी झंडूता से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन किया है। नड्डा की अपनी सीट सदर से भी सुभाष शर्मा ने सीधे बगावत की है और नामांकन किया है।
नड्डा ने राजकुमार कौंडल से फोन पर बात कर उनसे आग्रह किया था कि वह पार्टी के विरुद्ध जाकर चुनाव में न उतरें। लेकिन कौंडल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष की बातों को तरजीह न देते हुए झंडूता विधानसभा से नामांकन भरा है। वहीं, प्रचार में भी जुट गए हैं। राजकुमार कौंडल भाजपा के पूर्व मंत्री दिवंगत रिखी राम कौंडल के पुत्र हैं।
वह अपनी ग्राम पंचायत घराण के प्रधान भी हैं। राजकुमार कौंडल ने साफ किया है कि वह हर हाल में चुनाव लड़ेंगे। सुभाष शर्मा का कहना है कि अगर नड्डा उन्हें बात करने के लिए बुलाएंगे भी तो भी वह अब कोई बात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सदर के लोगों ने बेटा मानकर उन्हें न केवल प्यार और साथ दिया है बल्कि चुनाव के लिए चंदा भी दे रहे हैं।
त्रिलोक, चंदेल ने ली सुभाष ठाकुर की जगह
अभी तक नड्डा के कार्यक्रम में उनके साथ सदर विधायक सुभाष ठाकुर होते थे। लेकिन जैसे ही सदर से भाजपा ने अपना चेहरा बदला, वैसे ही नड्डा के आसपास रहने वाले चेहरों की प्राथमिकता भी बदल गई। अब सदर विधायक की जगह हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पूर्व सांसद सुरेश चंदेल और त्रिलोक जम्वाल ने ले ली है।
दीप मिलन के बहाने डैमेज कंट्रोल
गृह जिले में उठ रहे बगावत के सुरों को दबाने और डैमेज कंट्रोल के लिए नड्डा बिलासपुर पहुंचे हैं। इसके लिए दीप मिलन के बहाने चारों विधानसभा के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों के साथ उन्होंने बैठकें भी तय की हैं।