Himachal News: Crash Barrier To Avoid Road Accidents In Himachal Pradesh – लोक निर्माण विभाग: सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए लगाए जाएंगे क्रैश बैरियर
हिमाचल प्रदेश में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार 20 किलोमीटर पर क्रैश बैरियर लगाने जा रही है। रोड सेफ्टी के तहत इन बैरियर को लगाने में आठ करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। लोक निर्माण विभाग को यह राशि मिल गई है। अब जल्द कंपनियों से टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। प्रदेश में सड़कों की लंबाई 38,035 किलोमीटर है। महज 520 किलोमीटर पर क्रैश बैरियर हैं।
बीते महीनों शिमला में आयोजित परिवहन विकास एवं सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में भी क्रैश बैरियर न होने की बात सामने आई थी। इसमें दो फीसदी सड़कों पर भी क्रैश बैरियर नहीं लगे हैं। इससे रोजाना सड़क हादसों में कई लोगों की जानें जा रही हैं। सड़क किनारे क्रैश बैरियर न होने से बीते पांच सालों में 3,000 से अधिक दुर्घटनाओं में 2,600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
पुलिस ने भी पीडब्ल्यूडी को हर जिले में 10 ऐसी सड़कों की सूची दी है, जहां दुर्घटनाएं हो रही हैं। इन सड़कों को सुधारने के साथ क्रैश बैरियर और सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात कही गई है। लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ अजय गुप्ता ने बताया कि हिमाचल की जिन सड़कों पर हादसे हो रहे हैं पहले चरण में किनारों पर क्रैश बैरियर लगाए जाने हैं। लोक निर्माण विभाग हर सप्ताह सड़क की हालत को सुधारने के लिए समीक्षा बैठक कर रहा है।
900 ब्लैक स्पॉट में सुधार पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता अजय गुप्ता ने बताया कि 6,500 ब्लैक स्पॉट में से 900 सुधार दिए हैं। सरकार को 159 करोड़ का प्लान भेजा है। पैसा मिलते ही अन्य स्पॉट भी सुधारे जाएंगे।
विस्तार
हिमाचल प्रदेश में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार 20 किलोमीटर पर क्रैश बैरियर लगाने जा रही है। रोड सेफ्टी के तहत इन बैरियर को लगाने में आठ करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। लोक निर्माण विभाग को यह राशि मिल गई है। अब जल्द कंपनियों से टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। प्रदेश में सड़कों की लंबाई 38,035 किलोमीटर है। महज 520 किलोमीटर पर क्रैश बैरियर हैं।
बीते महीनों शिमला में आयोजित परिवहन विकास एवं सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में भी क्रैश बैरियर न होने की बात सामने आई थी। इसमें दो फीसदी सड़कों पर भी क्रैश बैरियर नहीं लगे हैं। इससे रोजाना सड़क हादसों में कई लोगों की जानें जा रही हैं। सड़क किनारे क्रैश बैरियर न होने से बीते पांच सालों में 3,000 से अधिक दुर्घटनाओं में 2,600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
पुलिस ने भी पीडब्ल्यूडी को हर जिले में 10 ऐसी सड़कों की सूची दी है, जहां दुर्घटनाएं हो रही हैं। इन सड़कों को सुधारने के साथ क्रैश बैरियर और सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात कही गई है। लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर इन चीफ अजय गुप्ता ने बताया कि हिमाचल की जिन सड़कों पर हादसे हो रहे हैं पहले चरण में किनारों पर क्रैश बैरियर लगाए जाने हैं। लोक निर्माण विभाग हर सप्ताह सड़क की हालत को सुधारने के लिए समीक्षा बैठक कर रहा है।
900 ब्लैक स्पॉट में सुधार
पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता अजय गुप्ता ने बताया कि 6,500 ब्लैक स्पॉट में से 900 सुधार दिए हैं। सरकार को 159 करोड़ का प्लान भेजा है। पैसा मिलते ही अन्य स्पॉट भी सुधारे जाएंगे।