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lekhaka-Gajendra sharma
नई दिल्ली, 27 सितंबर। आश्विन शुक्ल दशमी के दिन विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार 5 अक्टूबर 2022 को विजयादशमी मनाई जाएगी। विजयादशमी के दिन दशमी तिथि दोपहर 12 बजे तक ही रहेगी। इस दिन श्रावण नक्षत्र रात्रि 9.15 बजे तक रहेगा। विजयादशमी पूजन के लिए विजय मुहूर्त दोपहर में मात्र 48 मिनट का रहेगा।

- विजय मुहूर्त : दोपहर 2.13 से 3.01 तक अवधि 48 मिनट
- दशमी तिथि प्रारंभ : 4 अक्टूबर को दोपहर 2.20 बजे
- दशमी तिथि पूर्ण : 5 अक्टूबर को दोपहर 12.00 बजे
- श्रवण नक्षत्र प्रारंभ : 4 अक्टूबर को रात्रि 10.51 बजे
- श्रवण नक्षत्र पूर्ण : 5 अक्टूबर को रात्रि 9.15 बजे
शमी पूजन का महत्व
विजयादशमी के दिन शमी पूजन करने से आयु, आरोग्य और शक्ति में वृद्धि होती है। समस्त पापों का नाश होता है। परंपरागत रूप से विजयादशी के दिन शमी की पूजा क्षत्रियों तथा प्राचीनकाल में राजा-महाराजाओं द्वारा की जाती रही है। आज यह परंपरा अनेक क्षत्रिय घरों में निभाई जाती है। इसके लिए शहर के उत्तर-पूर्व दिशा में स्थित शमी के पेड़ का पूजन किया जाता है। अब तो घरों के गमलों में लगे शमी के पौधे का भी पूजन किया जाता है।
विजयादशमी के दिन शुभ मुहूर्त में शमी के पेड़ की पूजा की जाती है। पूजन का मंत्र इस प्रकार है-
अमंगलानां च शमनीं शमनीं दुष्कृतस्य च ।
दु:स्वप्ननाशिनीं धन्यां प्रपद्येहं शमीं शुभाम् ।।
शमी शमयते पापं शमी लोहितकण्टका ।
धारिण्यर्जुनबाणानां रामस्य प्रियवादिनी ।।
करिष्यमाणयात्रायां यथाकाल सुखं मया ।
तत्रनिर्विघ्नकर्त्रीत्वंभव श्रीराम पूजिते ।।
Dussehra 2022: विजयादशमी पर करें अपराजिता स्तोत्र का पाठ, कभी हार नहीं होगी
English summary
Vijayadashami or Dussehra on 5th October. here is Vijayadashami Muhurat, Puja timings and significance.
Story first published: Tuesday, September 27, 2022, 4:00 [IST]