बैंड-बाजा, बाराती का जाना कैंसिल, दुल्हन के घर भी नहीं गूंजेगी शहनाई; सादगी से होगी विदाई

0
126

कुशीनगर18 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

कुशीनगर के नेबुआ-नौरंगिया गांव में हर तरफ चीख-पुकार मची हुई है। हर चेहरे पर सिर्फ आंसू दिखाई दे रहे हैं। जिस घर से आज बारात जानी थी, वहां 13 शवों को रखकर सभी की निगाहें उन्हीं को निहार रही हैं। किसी की मां हल्दी रस्म के दौरान कुएं में समा गई तो किसी की बेटी। वहीं दूल्हे के घर में भी मातम पसरा है। आज धूम-धाम से घर से बारात जानी थी, लेकिन बुधवार देर रात हुए हादसे ने शादी की खुशियों को मातम में बदल लिया। ढोल, बाजा, गाड़ी सभी की बुकिंग को कैंसिल कर दिया गया है।

केवल दूल्हा अमित बारात लेकर दुल्हन सीमा के घर जाएगा। सादे रस्म रिवाजों के साथ में विवाह कार्य संपन्न होगा। दुल्हन के घर में भी न शहनाई की धुन सुनाई देगी न ही मंगल गीत गाए जाएंगे। विदाई भी सादगी से ही होगी।

महराजगंज जिले में जानी थी बारात

बता दें, गांव निवासी परमेश्वर कुशवाहा के बेटे अमित की बारात आज महराजगंज जिले में जानी थी। अमित ने शादी तय होने के बाद डीजे, बैंड बाजा और 14 बोलेरो की बुकिंग कर ली थी। बीते 14 फरवरी को अमित की ससुराल वाले तिलक चढ़ाने आए थे। सभी खुशी-खुशी तिलक चढ़ाकर वापस चले गए थे। तिलक के दूसरे दिन से ही बारात जाने की तैयारी शुरू हो गई थी। परमेश्वर के घर की महिलाएं सभी रस्म अदायगी करने में लगी थीं। शादी का घर होने के कारण प्रतिदिन रात में घर में नाचा-गाना का कार्यक्रम होता था।

इसी कुएं में गिरकर 4 महिलाओं और 9 बच्चियों की मौत हो गई।

इसी कुएं में गिरकर 4 महिलाओं और 9 बच्चियों की मौत हो गई।

दुल्हन के आने का बना रही थीं रास्ता

बुधवार रात को भी महिलाएं मंदिर, कुएं सहित मुख्य स्थानों पर रास्ता बनाने की रस्म अदायगी कर रही थीं, जिससे बारात लड़की के घर बगैर किसी अवरोध के पहुंचे और दुल्हन सीमा बगैर किसी दर्द के घर आ सके। उन्हें क्या पता था, जिसके लिए वे रास्ता बना रही हैं, उस दुल्हन को वह कभी देख नहीं पाएंगी। वर-वधू के लिए के लिए रास्ता तो साफ हो गया, लेकिन जिन महिला और बच्चों ने रास्ता बनाया उनकी जिंदगी समाप्त हो गई।

दूल्हे अमित कुशवाहा के घर के बाहर रखा शव।

दूल्हे अमित कुशवाहा के घर के बाहर रखा शव।

डीजे, बैंड-बाजा और गाड़ियां कैंसिल

दुल्हे अमित के पिता परमेश्वर का रो-रोकर बुरा हाल है। अमित उन्हें ढांढस बंधा रहा है। आज सिर पर बंधने वाली पगड़ी से वो अपने आंसू पोंछ रहे हैं। बारात जाने वाले बरातियों को घर आने से मना कर दिया गया है। डीजे, बैंड-बाजा और बोलेरो गाड़ियां कैंसिल कर दी गई हैं। अब केवल अमित बारात लेकर दुल्हन सीमा के घर जाएगा। जो बारात घर से खुशी-खुशी विदा होनी थी, अब वो गम और आंसू के बीच विदा होगी।अमित से साथ उसके कुछ दोस्त बारात जा सकते हैं। बारात में केवल रस्म अदायगी की जाएगी। दूसरे दिन सुबह दुल्हन को सादगी से विदा करा कर घर ले आएगा।

खबरें और भी हैं…

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here