मृतकों में काशन पंचायत प्रधान खेम सिंह (35) पुत्र रूप चंद, प्रधान की पत्नी मीरा देवी (34), उनके दो बेटे भास्कर (14), तेजेंद्र (11), प्रधान की भाभी कमला देवी (32) पत्नी झाबे राम, इनकी बेटी रोहिणी (6) और बेटा दिव्यांशु (7) और प्रधान के ससुर डागु राम (55) निवासी काढ़ि खड़ूहल तहसील थुनाग शामिल हैं। प्रधान खेम सिंह के चाचा रमेश को जोर का धमाका सुनाई देने पर घटना का पता चला। रमेश ने ग्रामीणों को सूचित किया और बचाव कार्य रात 3:00 बजे से शनिवार दोपहर 2:00 बजे तक करीब 11 घंटे चला। वहीं, मंडी के ही द्रंग विधानसभा क्षेत्र में बादल फटने से ओल्ड कटौला के संदोआ में सतार अली, उनके दो बेटे छाईया, साजिद, दो बेटियां साजिदा, सुहाना और तौफीक अख्तर पुत्र बरकत अली देर रात बाढ़ में बह गए, जिनमें दो शव बरामद हो गए हैं। एक व्यक्ति हणोगी में लापता है। मंडी के ही सराज के केउली में एक घर के भूस्खलन की चपेट में आने से महिला पुष्पा देवी की मौत हो गई। वहीं, शिमला के ठियोग में गाड़ी पर चट्टानें गिरने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो घायल हैं। चंबा में भूस्खलन से आए मलबे में दबने से घर में सो रहे पति-पत्नी और बेटे की मौत हो गई।
वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह कस्बे थुनाग बाजार में भी नाले की बाढ़ ने दर्जनों दुकानों और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। थुनाग बाजार में भी भारी तबाही हुई है।
संदोआ, पुराना कटौला के स्तार मोहम्मद पुत्र स्वर्गीय लाल हुसैन का पूरा परिवार बाढ़ की चपेट में आने से पांच लोग दब गए, जबकि एक बच्ची का शव घर से लगभग आधा किलोमीटर नीचे बरामद हुआ है।
गोहर विकास खंड के अन्तर्गत काशण में भयंकर भूस्खलन से पंचायत प्रधान खेम सिंह का घर जमींदोज हो गया है। मकान के अंदर खेम सिंह सहित परिवार के आठ लोग दब गए। इस समय स्थानीय लोग स्वयं जमींदोज हुए मकान के लेंटर को तोड़कर अंदर फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया।