चंडीगढ़41 मिनट पहले
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G20 देशों की इंटरनेशनल फाइनेंशियल आर्किटेक्चर पर दो दिवसीय समिट मीटिंग चंडीगढ़ में होगी। यह मीटिंग 30 और 31 जनवरी को शहर के होटल ललित में होगी। मीटिंग के लिए आने वाले विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए चंडीगढ़ को पूरी तरह सजाया गया है। एयरपोर्ट से शहर की एंट्री और उससे आगे के परे रास्ते पर सजावट की गई है। रास्ते में पड़ने वाले अहम पॉइंट्स पर G20 देशों के झंडे लगाए गए हैं।
चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम ने शहर की ब्यूटीफिकेशन और सजावट पर लगभग 30 लाख रुपए खर्च किए हैं। शहर के सेक्टर-29 के ट्रिब्यून चौक को ‘फॉरेन फ्लैग्स’ से सजाया गया है।
G20 देशों की अलग-अलग मीटिंग्स देश के अलग-अलग 50 शहरों में होनी है। इन्हीं में से दो मीटिंग चंडीगढ़ में होनी हैं। यहां 30 और 31 जनवरी को इंटरनेशनल फाइनेंशियल आर्किटेक्चर वर्किंग ग्रुप पर एक मीटिंग होगी। दूसरी मीटिंग मार्च 2023 में होगी। उसमें एग्रीकल्चर से जुड़े इश्यूज पर चर्चा होगी।
170 डेलिगेट्स पहुंचेंगे
चंडीगढ़ में G20 की मीटिंग को लेकर 170 के लगभग डेलिगेट्स शहर में पहुंचेंगे। जिनमें फॉरेन डेलिगेट्स भी होंगे। इन्हें शहर के फाइव स्टार होटल्स में ठहराने के प्रबंध किए गए हैं जिनमें होटल ललित, हयात, JW मेरिएट शामिल हैं। प्रशासन ने इन VIP गेस्ट को लाने और छोड़ने के लिए 72 SUVs हॉयर की हैं। प्रशासन ने इन मेहमानों पर लगभग 4 करोड़ रुपए का बजट लगाया है।

पर्यटक स्थलों पर सैर होगी
फॉरेन डेलिगेट्स को शहर के मशहूर पर्यटक स्थलों पर भी घुमाने का प्रोग्राम है। इनमें रॉक गार्डन, सुखना लेक, रोज और कैपिटल कंप्लैक्स अहम हैं। इसके लिए विदेशी भाषाओं के जानकार गाइड्स की भी मदद ली जाएगी। इस वर्ष G20 समिट की थीम ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ है।
1999 में हुआ था गठन
बता दें कि G20 देशों में अर्जेंटिना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, केनेडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इंडिया, इटली, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, मेक्सिको, रशिया, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, टर्की, इंग्लैंड, अमेरिका और यूरोपियन यूनियन शामिल है। वैश्विक आर्थिक संकट से निपटने के लिए G20 का गठन वर्ष 1999 में हुआ था।
इसलिए अहम है G20
G20 दुनिया के विकसित और विकासशील देशों का एक समूह है जो दुनिया की 80 प्रतिशत GDP संभालता है। वहीं 75 प्रतिशत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार इन देशों के जरिए होता है। वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर G20 काम करता है। G20 समिट हर वर्ष अलग-अलग देशों में होता है। पिछले वर्ष यह इंडोनेशिया में हुआ था।

G20 की अहम मीटिंग्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। (फाइल)
यहां भी जाएंगे फॉरेन डेलिगेट्स
G20 को लेकर चंडीगढ़ समेत देश के विभिन्न हिस्सों में प्रतिनिधियों की मीटिंग होंगी। इनमें बेंगलुरु, चेन्नई, गुवाहाटी, इंदौर, जोधपुर, खजुराहो, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, पुणे, रण ऑफ कच्छ, सूरत, तिरुअनंतपुरम और उदयपुर शामिल हैं। विदेशी प्रतिनिधियों को इन मीटिंग के साथ ही भारत की सांस्कृतिक विरासत और परम्पराओं के प्रति भी जानकारी दी जाएगी।
इन देशों के डेलिगेट्स भी बुलाए
G20 देशों के अलावा भारत ने बांग्लादेश, इजिप्ट, मॉरिशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और UAE से भी गेस्ट बुलाए हैं। वहीं अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं में UN, IMF, वर्ल्ड बैंक, WHO, WTO, ILO, FSB, OECD, AU चेयर, NEPAD चेयर, ASEAN चेयर, ADB, ISA तथा CDRI को भी न्यौता दिया गया है।
यह अहम प्राथमिकताएं हैं
G20 की प्राथमिकताओं में ग्रीन डेवलपमेंट, क्लाइमेट फाइनेंस और लाइफस्टाइल फॉर एन्वायर्नमेंट, टेक्नोलॉजिकल ट्रांसफॉर्मेशन एंड डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, मल्टीलेटरल इंस्टीटयूशन और महिला-आधारित डेवलपमेंट आदि शामिल हैं।