सिकलसेल एनीमिया स्क्रीनिंग शिविर में आए, निर्धारित समय से एक घंटे पूर्व रवाना; पब्लिक ने रिकार्डेड भाषण सुना | Arrive at Sickle Cell Anemia Screening Camp, leave an hour before the scheduled time; Public listens to recorded speech

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खंडवा36 मिनट पहले

खंडवा पहुंचे राज्यपाल मंगूभाई पटेल।

राज्यपाल मंगूभाई पटेल सोमवार को एक दिनी दौरे पर खंडवा आए, यहां जिला अस्पताल में सिकलसेल एनीमिया स्क्रीनिंग शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने इस गंभीर बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों को लेकर प्रजेंटेशन देखा। कार्यक्रम स्थल पर राज्यपाल ने सिर्फ प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। वे निर्धारित समय से एक घंटे पूर्व सर्किट हाउस के लिए रवाना हो गए।

केंद्रीय स्कूल के हेलीपेड पर राज्यपाल का हेलीकॉप्टर सुबह 9.45 बजे उतरा। यहां स्वास्थ्यमंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, पर्यटन, अध्यात्म व जिले की प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर, वनमंत्री विजयशाह ने उनकी अगवानी की। इस दौरान कलेक्टर अनूपसिंह, पुलिस अधीक्षक विवेकसिंह, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, विधायक देवेंद्र वर्मा, राम दांगोरे, नारायण पटेल, मंगलेश तोमर समेत भाजपा के कई पदाधिकारी मौजूद थे। राज्यपाल सर्किट हाउस के लिए निकले, जहां सामान्य मुलाकात के बाद वे 10.30 बजे जिला अस्पताल आएं।

राज्यपाल ने प्रदर्शनियों का किया अवलोकन।

राज्यपाल ने प्रदर्शनियों का किया अवलोकन।

भूखें रहे लोग, सिर्फ पीने का पानी उपलब्ध

सिकलसेल एनीमिया से निमाड़ का आदिवासी तबका प्रभावित है। शिविर में जिला प्रशासन ऐसे लोगों को जुटा नहीं पाया। खासकर यहां आशा-उषा कार्यकर्ता व स्वास्थ्यकर्मियों की तादाद रही। राज्यपाल मंगूभाई पटेल का पब्लिक से संवाद नहीं हो पाया। यहां मौजूद लोगों ने सिकलसेल एनीमिया पर राज्यपाल का पूर्व से रिकार्डेड भाषण सुना। कार्यक्रम स्थल पर सिर्फ पीने के पानी की व्यवस्था थी। राज्यपाल के जाने के बाद दोपहर 1 बजे स्वास्थ्यकर्मियों के लिए रोटरी क्लब से भोजन मंगवाया।

कलेक्टर अनूपसिंह ने राज्यपाल मंगूभाई को प्रतीक चिन्ह भेंट किया।

कलेक्टर अनूपसिंह ने राज्यपाल मंगूभाई को प्रतीक चिन्ह भेंट किया।

क्या है सिकल सेल बीमारी, जानिए…

सिकल सेल होने के बाद लाल रक्‍त कोशिकाओं में हिमोग्‍लोबिन वहन करने की क्षमता खत्म हो जाती है। इससे शरीर में रक्त की कमी होने लगती है और अंत में व्‍यक्ति की मौत भी हो जाती है। आदिवासी महिलाओं में यह बीमारी ज्‍यादा देखने को मिलती है। सिकल सेल एनीमिया के निदान के लिए रोगी का ब्लड टेस्ट कराया जा सकता है। जिसके जरिए दूषित या खराब हीमोग्लोबीन के बारे में जाना जा सकता है। हीमाग्लोबीन में थोड़ी खराबी का अर्थ है कि व्यक्ति को सिकल सेल के लक्षण है। जब यह खराबी बढ़ जाती है तो सिकल सेल एनीमिया का खतरा हो सकता है।

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