रिपोर्ट: अंजलि सिंह राजपूत,लखनऊ
लखनऊ के राज्य संग्रहालय में रूसी विमान राजहंस टी यू 124 रखा हुआ है.जो कि कई सालों से लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.लोग इसके सामने खड़े होते हैं सेल्फी लेते हैं और इसे अपने कैमरे में कैद करते हैं.इसके इतिहास पर नजर डालें तो रूसी विमान राजहंस टीयू 124 को सोवियत संघ ने भारत सरकार को सौंपा था.यह विमान रूस और भारत की दोस्ती का प्रतीक भी है.यह विमान वीआईपी लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता था जैसे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री.तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसे विश्वनाथ प्रताप सिंह तत्कालीन मुख्यमंत्री यूपी सरकार को भेंट कर दिया था.1981 में यह विमान दिल्ली से उड़कर लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पहुंचा और करीब 3 साल तक वहीं खड़ा रहा.विश्वनाथ प्रताप सिंह ने 1983 में पत्र लिखकर रक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि राजहंस विमान को सड़क के जरिए राज्य संग्रहालय तक पहुंचाना बहुत मुश्किल है.ऐसे में रक्षा मंत्री थलसेना और वायुसेना की मदद के जरिए इसे संग्रहालय तक पहुंचाने में मदद करें.रक्षा मंत्री ने यह स्वीकार कर लिया था और थल सेना और वायु सेना के ट्रक के जरिए रूसी विमान राजहंस को 1984 में राज्य संग्रहालय पहुंचा दिया गया था.तब से लेकर आज तक संग्रहालय में खड़ा हुआ यहविमानलोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.इसे बारिश और धूप से बचाने के लिए इसको चारों ओर से टेंट लगा दिया गया है.यहरूसी विमान लंबाई में 105 फीट, चौड़ाई में 83 फीट और ऊंचाई में 30 फीट है.
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पहले प्रकाशित : मई 27, 2022, 12:23 IST