मनालीएक घंटा पहले
हिमाचल के मनाली में बर्फ से बने इग्लू टूरिस्ट्स के आकर्षण का केंद्र बने हैं। मनाली के हामटा और सेथन 2 गांवों की पहचान इग्लू विलेज के रूप में बनती जा रही है। इन दोनों ही गांवों में टूरिस्टों के लिए ऐसे कई इग्लू हाउस तैयार किए गए हैं।
यह इग्लू हाउस ठोस बर्फ के ब्लॉक्स बनाकर उसकी दीवारें खड़ी कर बनाई जाती है। इसमें किसी तरह का कोई कैमिकल इस्तेमाल नही किया जाता। इनमें बेड भी बर्फ से ही तैयार किए जाते हैं।
इन इग्लू हाउस को लेकर सैलानियों में खासा क्रेज नजर आता है।

इग्लू हाउस का फाइल फोटो।
एक रात का रेंट 11000 रुपए
बर्फ से बने इन घरों को टूरिस्ट खूब पसंद करते हैं। इग्लू हाउस संचालक इनका एक रात का टैरिफ 11 हजार रुपए चार्ज करते हैं। इसमें लंच, डिनर और ब्रेकफास्ट शामिल रहता है। इसके अलावा इग्लू हाउस में रहने वाले टूरिस्ट स्कीइंग व विंटर गेम्स में भी पार्टिसिपेशन कर सकते हैं।
2012 में बना पहला इग्लू
लाहुल स्पीति के ताशी दोरजे और मनाली के हामटा गांव के 2 युवकों ने पहली बार वर्ष 2012 में अपने लिए इग्लू हाउस बनाया था। यहीं से दोनों को इसे विंटर टूरिज्म से जोड़ने का आइडिया आया। इसके बाद लगभग 4 साल की स्टडी के बाद दोनों टूरिस्ट के लिए इग्लू हाउस बनाने लगे। इन दोनों को हर साल विंटर टूरिज्म के दौरान इग्लू हाउस से अच्छी इनकम हो जाती है।
भारत के अलावा फिनलैंड ,स्विटजरलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे, स्वीडन और कनाडा में इग्लू हाउस का कांसेप्ट बहुत पहले से है। वहां के विंटर टूरिज्म में इनका बड़ा योगदान रहता है। विदेश की तर्ज पर मनाली में बने ये इग्लू हाउस भी खूब चल रहे हैं।