पुतिन की आलोचना पड़ी भारी!, कजाखिस्तान में रेडियो हॉस्ट को नौकरी से निकाला, जानें आखिर ऐसा क्या हुआ

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नई दिल्ली: यूक्रेन पर रूस के हमले (रूस-यूक्रेन युद्ध) के बाद दुनियाभर में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (व्लादिमीर पुतिन) की आलोचना की जा रही है. कजाखिस्तान (कजाखस्तान) में एक रेडियो स्टेशन ने अपने पुतिन पर टिप्पणी करने के बाद एनाउंसर (रेडियो होस्ट) को नौकरी से निकाल दिया. फेसबुक पर हुई गरमागरम बहस में रेडियो स्टेशन की इस प्रेजेंटर ने व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन पर हमला करने के बारे में कुछ ऐसा कह दिया जो कि कंपनी को नगावार गुजरा.

सोमवार को रेडियो स्टेशन की प्रेजेंटर ल्यूबोव पेनोवा ने फेसबुक पर कमेंट करते हुए कहा कि, अगर तुमने ज्यादा बात की तो मैं अंकल ‘वोवा’ को बुला लूंगी. दरअसल पुतिन को प्यार से ‘वोवा’ भी कहा जाता है. दरअसल इस प्रेजेंटर ने यह टिप्पणी फेसबुक के एक अन्य यूजर को जवाब देते हुए की थी, जिसमें वह रूस और पुतिन के समर्थन की आलोचना कर रहा था.

रेडियो प्रेजेंटर के इस कमेंट के बाद कजाखिस्तान रेडियो स्टेशन यूरोपा प्लस ने इस मामले से दूरी बना ली और सोमवार को बताया कि, रेडियो प्रेजेंटर ल्यूबोव पेनोवा का कॉन्ट्रेक्ट बर्खास्त किया जाता है. नौकरी से निकाले जाने के बाद इस रेडियो एनाउंसर ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.

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दरअसल कजाखिस्तान पहले सोवियत यूनियन का गणराज्य था, जो कि दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी बॉर्डर रूस के साथ साझा करता है, साथ ही मॉस्को के साथ इसके आर्थिक और राजनीतिक संबंध हैं. इन दिनों रूस की एक बड़ी आबादी में यूक्रेन पर हुए हमले को लेकर बहस छिड़ी हुई है.

कजाखिस्तान के उप अभियोजक जनरल, बुलट डेम्बायेव ने एक बयान जारी कर सोशल मीडिया यूजर्स को ऐसी टिप्पणी करने के खिलाफ चेतावनी दी जो कजाखों को रूस-यूक्रेन संघर्ष में शामिल होने या जातीय घृणा को उकसाने के लिए बढ़ावा दे.

इसके अलावा कज़ाख नागरिकों समेत कुछ सोशल नेटवर्क यूजर्स..अलगाववादी नारे पब्लिश करते हैं जो हमारे देश की क्षेत्रीय अखंडता का उल्लेख करते हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह की गतिविधियां एक अपराध है.

दरअसल कजाकिस्तान यूक्रेन पर रूस के हमला की आलोचना करने से परहेज करता आया है, हालांकि राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायव ने इस महीने कहा था कि सभी देशों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मानदंडों और सिद्धांतों का सख्ती से पालन करना चाहिए.

टैग: रूस यूक्रेन युद्ध, व्लादिमीर पुतिन

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