- Hindi News
- Local
- Haryana
- Faridabad
- Under The New Education Policy 2020, There Is A Need To Make Children Capable Of Communication Skills And Problem Solving In Schools.
फरीदाबाद6 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

सचिव ने कहा, इसके लिए स्कूल प्रबंधन अपने शिक्षकों को इन हाउस ट्रेनिंग की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें, देश का विकास करना है तो गुणवत्तायुक्त शिक्षा को वरीयता देनी होगी, यह तभी संभव जब स्कूल प्रबंधन समय के अनुसार खुद को अपडेट करेंगे।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(सीबीएसई) के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि नई शिक्षा नीित 2020 में बच्चों को कम्यूनिकेशन स्किल और प्राब्लम साल्विंग के योग्य बनाने पर जोर दिया गया है। ऐसे में अब सीबीएसई बोर्ड से पंजीकृत स्कूलों को और अधिक परिश्रम करने की जरूरत है। यह तभी संभव होगा जब स्कूलों की फैकल्टी सामर्थ्यवान होगी।
उन्होंने स्कूल प्रबंधन को सुझाव दिया कि वह स्कूलों में प्रिंसिपल और शिक्षक का चयन करते समय शिक्षकों की योग्यता और समक्षा को जरूर परखें। क्यांेकि इन्हीं के माध्यम से हम बच्चों काे 21वीं सदी के योग्य बनाने में सफल होंगे। त्रिपाठी रविवार को यहां सेक्टर 20 बी स्थित होटल में फरीदाबाद प्रोग्रेसिव स्कूल्स कांफ्रेंस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने आए थे।
उन्होंने स्कूल मालिकों से अपने यहां शिक्षकों को पढ़ाने में सामर्थ्यवान बनाने के लिए इन हाउस ट्रेनिंग की भी व्यवस्था करने का सुझाव दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षकों के अंदर कौशल विकास को विकसित करने की जरूरत है। त्रिपाठी ने बताया कि शिक्षा नीति की प्रस्तावना में ही लिखा है कि बच्चों को एक अच्छा इंसान बनाना है। अच्छा इंसान वह है जिसमें कौशल क्षमता और सेवा भाव भरा हो। इसलिए स्कूलों को बच्चों में टीम भावना, कम्यूनिकेशन स्किल और प्राॅब्लम साल्विंग के योग्य तैयार करना है। डीसी जितेंद्र यादव ने भी समय के अनुसार बच्चों को उपयुक्त शिक्षा देने पर जोर दिया। इस माैके पर एफपीएससी के अध्यक्ष नरेंद्र परमार, महासचिव राजदीप सिंह, भारतभूषण शर्मा, टीएस दलाल, नारायण डागर, वाईके माहेश्वरी समेत सैकड़ांे स्कूल प्रबंधक व शिक्षक मौजूद रहे।