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बृजेन्द्र गाैड़, चंडीगढ़2 घंटे पहले
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चंडीगढ़ की एक युवा डॉक्टर से नाइजीरियन गैंग ने 47,22,600 रुपए ठग लिए। इस गैंग में भारतीय महिला भी शामिल थी। चंडीगढ़ पुलिस ने दिल्ली और ग्रेटर नोएड में रेड कर 4 नाइजेरियन, एक गुनिया और 1 भारतीय महिला को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने अपनी फर्जी प्रोफाइल मेट्रोमोनियल साइट्स पर डाली हुई थी। यह खुद को डॉक्टर आदि बताते थे। पुलिस ने कहा कि गैंग मेट्रोमोनियल साइट पर आने वाले मासूम लोगों को फंसा लेते थे।

इमोशन में फंसा कर धोखाधड़ी की
यह लोगों को अपने इमोशंस में फंसा कर उनके साथ धोखाधड़ी करते थे। आरोपी कहते थे कि वह विदेश से आ रहे हैं और महंगे गिफ्ट उनके लिए लाए हैं। इसके बाद कस्टम द्वारा एयरपोर्ट पर गिफ्ट आदि पास करवाने के नाम पर भारतीय करेंसी देने की मांग कर धोखाधड़ी करते थे।
यह सब बरामद किया
पुलिस ने इन आरोपियों की गिरफ्तारी से 25 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 3 मोडम और 1 लैंडलाइन फोन बरामद किया है। मामले की जानकारी MHA से भी शेयर की गई है ताकि इन अपराधियों से जुड़े अन्य केसों की जानकारी मिल सके।
कोई कपड़ा व्यापारी तो कोई म्यूजिशियन
आरोपियों की पहचान ग्रेटर नोएडा में रह रहे और कपड़े का बिजनेस करने वाले नाइजीरियन उबेसिनेची कैली अनागो(39), जोशुआ चीमा कालो(27), दिल्ली के द्वारका में रह रहे रेस्टोरेंट बिजनेस करने वाले नाइजीरियन प्रिंस चिनेचेरम ओनहो(35), गुनिया निवासी द्वारका में रह म्यूजिशियन पास्कल गुइलावोगुई (28), ग्रेटर नोएडा में रह रहे नाइजीरियन म्यूजिशयन क्रिश्चियन एंटोनी उर्फ क्रिस(34) तथा नाइजीरियन आरोपी प्रिंस की भारतीय पत्नी नॉर्थ दिल्ली की शालिनी(32) शामिल है। वह प्रिंस की रेस्टोरेंट में हेल्प करती थी।
इस मामले में किया गिरफ्तार
चंडीगढ़ पुलिस के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने इंडियन मेट्रोमोनियल साइट पर फर्जी प्रोफाइल बना धोखाधड़ी करने के मामले में गिरफ्तार किया है। 18 जनवरी, 2023 को धोखाधड़ी, सबूत मिटाने, जालसाज़ी, आपराधिक साजिश रचने, फॉरेन एक्ट की धारा 14 के तहत एक केस दर्ज किया गया था। इसी में यह गिरफ्तारियां की गई हैं। चंडीगढ़ की डॉक्टर की शिकायत पर यह केस दर्ज हुआ था।

फर्जी एयर टिकट दिखा फंसाया
पुलिस ने बताया कि कैली और जोशुआ ने खुद को डॉक्टर बता शिकायतकर्ता को वॉट्सऐप मैसेज और कॉल्स किए। शिकायतकर्ता को अपनी फर्जी एम्सटर्डम से मुंबई की एयर टिकट भेजी। वहीं शिकायतकर्ता ने मनी एक्सचेंज के जरिए रकम आगे भेजी थी।
प्रिंस NDPS केस में जमानत पर था
द्वारका, दिल्ली में प्रिंस के खिलाफ NDPS का एक केस दर्ज है और वह उसमें अंतरिम जमानत पर था। पुलिस के मुताबिक प्रिंस और पास्कल मुख्य आरोपी कैली के कहने पर काम करते थे। वह उसकी अपराध में मदद करते थे। प्रिंस, उसकी पत्नी और पास्कल एक ही घर में रहते थे। पुलिस ने दावा किया है कि इन्होंने अपराध का सबूत मिटाने के लिए मोबाइल फोन को तोड़ने का प्रयास किया था। पुलिस ने टूटा हुआ मोबाइल फोन बरामद कर लिया है।
एंटोनी का यह रोल था
आरोपी क्रिश्चियन एंटोनी ने फर्जीवाड़े के लिए फर्जी बैंक अकाउंट बनवाए थे। यह उसने आगे कैली को दिए थे। पुलिस जांच में सामने आया कि क्रिश्चियन एंटोनी के खिलाफ इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में 5 सितंबर, 2020 को धोखाधड़ी, जालसाज़ी, आपराधिक साजिश रचने और फॉरेन एक्ट की धारा 14 के तहत केस दर्ज हुआ था। वह जमानत पर था। वहीं शालिनी ने कैली की बहन और मां का रोल निभाया था ताकि वह भावनात्मक लाभ हासिल कर सके और उसने धोखाधड़ी के अपराध में शामिल हुई। उसने सबूत मिटाने के लिए मोबाइल तोड़ने में प्रिंस और पास्कल की मदद की थी।
फोन पर शादी का फैसला ले लिया
मामले में शिकायतकर्ता महिला ने पुलिस को बताया था कि वह पेशे से डॉक्टर है। वह डॉ क्रिस्टोफर से एक क्रिश्चियन मेट्रोमोनियल एप के जरिए संपर्क में आई थी। डॉ. क्रिस्टोफर ने दावा किया था कि वह एक डॉक्टर है और एम्स्टर्डम, नीदरलैंड में डॉक्टर है। दोनों ने आपस में बातचीत शुरू कर दी और दोस्ताना हो गए। दोनों ने शादी का फैसला लिया। शिकायतकर्ता ने मान लिया कि डॉ. क्रिस्टोफर एक अच्छा आदमी है।
2.80 लाख रुपए यूरो का डिमांड ड्राफ्ट बताया
जनवरी 2023 में डॉ. क्रिस्टोफर ने शिकायतकर्ता को कहा कि उसने मुंबई एयरपोर्ट पर लैंड किया है और उसके पास 2.80 लाख रुपए यूरो का डिमांड ड्राफ्ट है। एयरपोर्ट स्टाफ ने तय कस्टम चार्ज में इतनी रकम का डिमांड ड्राफ्ट जारी नहीं किया है। इसके बाद शिकायतकर्ता को एक अन्य नंबर से कॉल आई और व्यक्ति ने खुद को एयरपोर्ट कर्मी बताया। उसने कहा कि यह रकम जारी करवाने के लिए उसे कस्टम चार्ज और करेंसी कन्वर्सन चार्ज आदि भरना पड़ेगा।
ऐसे में शिकायतकर्ता ने 47,22,600 रुपए अपने बैंक खाते से बताए गए विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर किए। इसके लिए शिकायतकर्ता ने बैंकों और अपने जानकारों से लोन भी लिया। इसके बाद उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है।
इस तरह हुई गिरफ्तारी
चंडीगढ़ पुलिस ने मामले में जांच करते हुए दिल्ली में रेड कर 2 आरोपियों प्रिंस और पास्कल को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 2 मोबाइल फोन बरामद किए। रेड के दौरान आरोपियों ने सबूत छुपाने के लिए मोबाइल तोड़ने का प्रयास किया था। इसी नंबर से धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने इनका रिमांड लिया और जानकारी जुटा नोएडा में रेड कर कैली और जोशुआ को दबोचा। कैली को छोड़ तीनों को कोर्ट ने ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया। कैली ने रिमांड के दौरान बताया कि उसने एम्स्टर्डम से मुंबई की फर्जी एयर टिकट शिकायतकर्ता को भेजी थी।
वीजा खत्म होने के बाद भी इंडिया में
पास्कल को छोड़ 4 आरोपी वीजा अवधि खत्म होने के बावजूद इंडिया में रह रहे थे। कैली से पूछताछ के आधार पर रेड कर क्रिश्चियन एंटोनी को पकड़ा गया। उसने फर्जीवाड़े की रकम इकट्ठा करने के लिए बैंक खाते बनवाए थे। इसके साथ ही शालिनी को पकड़ा गया।