यूरोप का नाम सुनते ही लोगों के दिमाग में पैसा और अमीरी पर ध्यान जाता है. लक्ज़मबर्ग हो या फिर स्विट्ज़रलैंड और नॉर्वे, हमारा ध्यान अक्सर यूरोपीय देशों के धन पर होता है. लेकिन सिक्के के हमेशा दो पहलू होते हैं. क्योंकि यूरोप में भी लोग जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. यहां के कई देशों के लोग भी गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी से परेशान हैं. यूरोप 10,180,000 वर्ग किलोमीटर के कुल भूमि क्षेत्र के साथ ऑस्ट्रेलिया के बाद दुनिया में दूसरा सबसे छोटा महाद्वीप है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार 44 देश यूरोप का हिस्सा हैं.
ताज़ा आंकड़ों पर नजर डालें तो पहले नंबर पर बोस्निया और हर्जेगोविना है, जो यूरोप का सबसे गरीब देश है. अकेले बेरोजगारी दर यहां 40 फीसदी है. प्रति व्यक्ति जीडीपी 7.46 यूरो है. दूसरे नंबर पर अल्बानिया है. हालांकि पिछले दो दशकों में, अल्बानिया में गरीबी में काफी कमी आई है. पांच प्रतिशत से अधिक जनसंख्या कुपोषित है. इंफ्रास्ट्रक्चर देश की सबसे बड़ी समस्या है. प्रति व्यक्ति जीडीपी 8.50 है.
यूरोप में गरीबी
मैसेडोनिया यूरोप का तीसरा सबसे गरीब देश है. इसे यूरोप का सबसे अस्थिर क्षेत्र माना जाता है. पूर्व यूगोस्लाव गणराज्य की दो-तिहाई से अधिक आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है. प्रति व्यक्ति जीडीपी 9.20 यूरो है. यूरोप में गरीबी को लेकर क्वोरा पर बड़े ही शानदार तरीके से जवाब दिए गए हैं. आपको बता दें कि क्वोरा एक सवाल-जवाब वाली वेबसाइट है, जिस पर लोग सवाल पूछ सकते हैं और उसके जवाब भी दे सकते हैं.
बहुत ज्यादा गरीब देश
नवीन चौधरी नाम के एक यूजर ने लिखा है, ‘यूरोप महाद्वीप में कई शक्तिशाली जैसे कि ब्रिटेन, फ्रांस जैसे शक्तिशाली देश मौजूद हैं. यूरोप महाद्वीप पूरे विश्व के सबसे संपत्ति वाला महाद्वीप है. परंतु इस महाद्वीप में भी कई ऐसे देश हैं, जो कि बहुत ही ज्यादा गरीब हैं. अगर हम यूरोप के सबसे गरीब देश की बात करें तो ये देश है मोल्दोवा.’ होकम सिंह नाम के एक यूज़र ने लिखा है, यूरोप का सबसे गरीब देश मॉल्दोवा है .प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद 2560 डॉलर है. यह पूर्वी यूरोप में स्थित एक लैंडलाक देश है, जिसके पश्चिम में रोमानिया और उत्तर, पूर्व और दक्षिण में यूक्रेन स्थित है.’
मोल्दोवा में गरीबी
वैसे बता दें कि मोल्दोवा 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद एक स्वतंत्र गणराज्य के रूप में उभरा. माल्दोवा यूरोप के सबसे गरीब देशों में से एक है, जिसकी अर्थव्यवस्था कृषि पर बहुत अधिक निर्भर है. मोल्दोवा के दो तिहाई लोग रोमानियाई मूल के हैं, और दोनों देश एक साझा सांस्कृतिक विरासत साझा करते हैं. डेनिस्टर के पूर्व में औद्योगिक क्षेत्र, जिसे आमतौर पर ट्रांस-डेनिस्टर या डेनिस्टर क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, औपचारिक रूप से 1940 से पहले यूक्रेन के भीतर एक स्वायत्त क्षेत्र था, जब सोवियत संघ ने मोलदावियन सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक बनाने के लिए इसे बेस्सारबिया के साथ जोड़ा.
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FIRST PUBLISHED : November 28, 2022, 14:21 IST