पानीपत2 घंटे पहले
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हरियाणा में पानीपत के गांव सिवाह स्थित जेल में मोबाइल फोन इस्तेमाल करने के मामले का 6 माह बाद पर्दाफाश हुआ है। मामले में किसी दूसरे बंदी के मोबाइल फोन में अपना सिम कार्ड डालकर प्रयोग करने वाले कुख्यात अपराधी को तिहाड़ जेल से पानीपत CIA 3 टीम प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है।
इंस्पेक्टर अंकित ने बताया पानीपत जेल में मिले एक मोबाइल फोन व बैटरी के मामले में आरोपी नीटू उर्फ सीटा निवासी मदीना, सोनीपत को तिहाड़ जेल से गुरुवार को प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया था। आरोपी अंतरराज्यीय कुख्यात अपराधी है। उस पर हत्या के 4 मुकदमों समेत लूट-अपहरण-डकैती के कुल 12 मुकदमे दर्ज हैं।
पानीपत कोर्ट में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था। जिस दौरान इस पूरे मामले की परतें खुलीं। आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
2 हजार रुपए में खरीदा था सिमकार्ड
इंस्पेक्टर अंकित ने बताया 14 अप्रैल 2022 को सेक्टर 29 थाना पुलिस में दर्ज हुए मुकदमे के संबंध में सीआईए थ्री की टीम ने विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर जांच करते हुए 14 सितंबर को विकाश उर्फ मोनू, राहुल व रोहित निवासी मदीना, सोनीपत को गांव मदीना से गिरफ्तार किया था।
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि आरोपी विकास उर्फ मोनू का बड़ा भाई नीटू उर्फ सीटा पानीपत जेल में बंद था, जो वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद है। आरोपी नीटू उर्फ सीटा के खिलाफ हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली में हत्या, लूट व डकैती की वारदातों के संबंध में एक दर्जन के करीब मुकदमे दर्ज हैं।
आरोपी विकास उर्फ मोनू अगस्त 2021 में पानीपत जेल में बंद अपने भाई नीटू उर्फ सीटा से मिलने गया था। नीटू ने उसको जेल में किसी तरह सिम कार्ड भेजने के लिए कहा था। आरोपी विकास ने घर जाकर अपने साथी रोहित को 2 हजार रुपए देकर उससे सिम कार्ड लिया।
वहीं, आरोपी रोहित ने यह सिम कार्ड साथी राहुल से 500 रुपए में खरीदा था। आरोपी विकास सिम कार्ड को लेकर अगस्त 2021 में दोबारा से जेल में भाई नीटू से मिलने के लिए गया। यहां उसने पयजामे के नाड़े में छिपाकर सिम कार्ड उसको दे दिया।
आरोपी पर यहां-यहां दर्ज हैं मुकदमे
– दिल्ली में 3
– हिसार में 1
– रोहतक में 1
– सोनीपत में 5
– चंडीगढ़ में 1
– पानीपत में 1