हाइलाइट्स
इटली भूमध्यसागर में चार जहाजों को सुरक्षित बंदरगाह देने से इनकार कर रहा है.
इन जहाजों में कम से कम 16 दिन पहले समुद्र से बचाए गए प्रवासी सवार हैं.
इटली केवल उन लोगों को जहाज से उतरने की अनुमति दे रहा है, जिनकी हालत ठीक नहीं है.
कैटेनिया (इटली). इटली की नई धुर-दक्षिणपंथी नेतृत्व वाली सरकार के विदेशी जहाजों को निशाना बनाने के निर्देशों के तहत एक बचाव जहाज के कैप्टन ने रविवार को अपने जहाज पर मौजूद 35 प्रवासियों को उतरने की अनुमति नहीं मिलने के बाद सिसिलियन तट से जाने के आदेश को मानने से इनकार कर दिया. इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की दो हफ्ते पुरानी सरकार मध्य भूमध्यसागर में चार जहाजों को सुरक्षित बंदरगाह देने से इनकार कर रही है.
इन जहाजों में कम से कम 16 दिन पहले समुद्र में संकट से बचाए गए प्रवासी सवार हैं. इटली केवल उन लोगों को जहाज से उतरने की अनुमति दे रहा है, जिनकी हालत ठीक नहीं है. रविवार को इटली ने ‘ह्यूमैनिटी 1’ पर मौजूद बचाए गए 144 प्रवासियों को देश में उतरने की अनुमति देने के बाद जहाज को बंदरगाह से जाने का आदेश दिया था. उतारे गए लोगों में बच्चे और 100 से अधिक नाबालिग एवं बीमार लोग शामिल थे. लेकिन जहाज के कप्तान ने इस आदेश को मानने से इनकार कर दिया. जहाज का संचालन करने वाली जर्मन चैरिटी के एसओएस ह्यूमैनिटी ने कहा कि ‘जब तक सभी लोगों को उतारा नहीं जाता, तब तक आदेश का पालन नहीं होगा. 35 प्रवासियों के साथ जहाज बंदरगाह पर खड़ा है.’
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इसके बाद में रविवार को एक अन्य चैरिटी जहाज कैटेनिया पहुंचा और यही प्रक्रिया इसके लिए भी अपनाई गई. डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स द्वारा संचालित जियो बैरेंटस जहाज पर 572 प्रवासी सवार थे. देर शाम तक चयन प्रक्रिया पूरी हुई जिनमें 357 लोगों को जहाज से उतरने की अनुमति दी गई. जबकि शेष 215 लोगों को जहाज पर ही रोक दिया गया. मानव अधिकार समूहों ने रविवार को कहा कि इटली ने समुद्र में संकट से निकाले गए प्रवासियों को अपने बंदरगाह में उतरने से मना करके अंतर्राष्ट्रीय कानून तोड़ा है. एक जर्मन बचाव संस्था ने कहा है कि वह रोम के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा.
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Tags: Human rights, Italy, Migrant
FIRST PUBLISHED : November 07, 2022, 13:05 IST