नई दिल्ली4 मिनट पहले
अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर संसद से लेकर बाजार तक हलचल मची हुई है। विपक्ष अडाणी ग्रुप पर लग रहे आरोपों पर जांच की मांग पर अड़ गया है। संसद में शुक्रवार को भी हंगामा होने के आसार हैं। विपक्षी पार्टियों ने एक दिन पहले भी लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही चलने नहीं दी थी। इस बीच अडाणी इंटरप्राइजेज के शेयरों में आज सुबह 15% की गिरावट दर्ज की गई।
बांग्लादेश सरकार ने अडाणी ग्रुप के साथ एनर्जी सेक्टर में डील में संशोधन की मांग की है। बांग्लादेश सरकार का कहना है कि बिजली की कीमतें ज्यादा है, इन्हें कम किया जाना चाहिए। उधर, कांग्रेस ने 6 फरवरी को देशव्यापी प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
इस मामले में आज के बड़े अपडेट
- अमेरिका का स्टॉक एक्सचेंज डाउ जोंस ने अडाणी इंटरप्राइजेज को सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स से बाहर कर दिया है।
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद परिसर में इस मामले को लेकर विपक्षी पार्टियों की मीटिंग बुलाई। इसमें कांग्रेस, TMC, आम आदमी पार्टी (AAP), सपा, DMK, जनता दल और लेफ्ट समेत 13 पार्टियां शामिल हो सकती हैं।
- कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता 6 फरवरी को देशभर के जिलों में स्थित LIC और SBI कार्यालयों के सामने विरोध-प्रदर्शन करेंगे। विपक्षी नेताओं का कहना है कि शेयर बाजार का यह अमृतकाल का सबसे बड़ा महाघोटाला है।

संसद परिसर में मल्लिकार्जुन खड़गे के चैंबर 13 विपक्षी पार्टियों के नेता मौजूद रहे।
अडाणी के 3 शेयरों पर NSE ने बढ़ाई निगरानी
NSE ने अडाणी ग्रुप के तीन शेयरों को शॉर्ट टर्म के लिए एडिशनल सर्विलांस मेजर्स (ASM) लिस्ट में शामिल कर लिया है। इनमें अडानी पोर्ट, अडानी एंटरप्राइसेज, और अबुंजा सीमेंट शामिल है। ASM निगरानी का एक तरीका है, जिसके जरिए मार्केट के रेगुलेटर सेबी और मार्केट एक्सचेंज BSE, NSE इस पर नजर रखते हैं। इसका लक्ष्य निवेशकों के हितों की रक्षा करना होता है। किसी शेयर में उतार-चढ़ाव होने पर उसे NSE में डाला जाता है।
फोर्ब्स की लिस्ट में 17वें स्थान पर खिसके अडाणी
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी ग्रुप का मार्केट कैप 8.38 लाख करोड़ गिरा है। वहीं, गुरुवार को फोर्ब्स रियल टाइम लिस्ट में अडाणी 17वें स्थान पर आ गए।

9 दिन में अब तक क्या हुआ, बड़ी बातें
- 24 जनवरी: हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी कर अडाणी ग्रुप पर धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे बड़े आरोप लगाए गए।
- 29 जनवरी: अडाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को भारत पर साजिश के तहत हमला बताया। ग्रुप ने 413 पन्नों के जवाब में लिखा कि सभी आरोप झूठे हैं।
- 1 फरवरी: अडाणी ग्रुप ने 20 हजार करोड़ रुपए के फुली सबस्क्राइब्ड FPO को रद्द कर इन्वेस्टर्स का पैसा लौटाने की बात कही।
- 2 फरवरी: गौतम अडाणी ने FPO रद्द करने के बाद एक वीडियो मैसेज दिया। इसमें उन्होंने कहा- मेरे लिए निवेशकों का हित सर्वोपरि है। इसी दिन संसद पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया RBI ने देश की सभी बैंकों से अडाणी ग्रुप को दिए कर्ज और निवेश का ब्योरा मांगा है। NSE ने अडाणी ग्रुप के तीन शेयरों को शॉर्ट टर्म के लिए एडिशनल सर्विलांस मेजर्स (ASM) लिस्ट में शामिल किया।
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अडाणी के शेयर गिरने से LIC को भारी नुकसान, 2 दिन में 18,646 करोड़ का घाटा

हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद पिछले 2 ट्रेडिंग सेशन में अडाणी ग्रुप के स्टॉक्स के इन्वेस्टर्स को भारी नुकसान हुआ है। देश का सबसे बड़ा इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर ‘लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया’ (LIC) भी उन प्रभावित इन्वेस्टर्स में से एक है। अडाणी ग्रुप के शेयरों में LIC का 24 जनवरी को टोटल इन्वेस्टमेंट 81,268 करोड़ रुपए था, जो 27 जनवरी को गिरकर 62,621 करोड़ रुपए रह गया है। इस हिसाब से LIC को 2 ट्रेडिंग सेशन में करीब 18,646 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। पढ़ें पूरी खबर…